मुंबई: फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले लगभग 2.50 लाख कर्मचारियों की हड़ताल लगातार आठवें दिन भी जारी है. फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज संगठन (FWICE) को 22 यूनियन ने हड़ताल में समर्थन का ऐलान कर दिया है. मतलब उनके संगठन के लोग भी अब काम नहीं करेंगे. हड़ताल के कारण फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्रीज में लाइट, कैमरा, एक्शन का काम बंद पड़ गया है. फिल्म शूटिंग के लिए स्टूडियो की बुकिंग भी बंद हो गई है.
हड़ताल का सबसे ज्यादा असर अमिताभ बच्चन का केबीसी, पद्मावती के अलावा कई फिल्मों और सीरियल की शूटिंग पर असर पड़ने लगा है. क्योंकि यहां काम करने वाले कर्मचारी काम पर जाने से मना कर दिए हैं. हड़ताल का असर केवल मुंबई में ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्सों में होने वाली शूटिंगों पर पड़ने वाला है.
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी ने कहा कि हमारी फिल्म और टेलीविजन शो निर्माताओं जो मांग है वो मजदूरों के लिए है. फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्रीज के सभी कामगारों , टैक्निशियनों और कलाकारों के हक मांग है. सबसे बड़ी मांग है जहाँ पर फिल्म की शूटिंग होती है वहाँ पर सुविधा को लेकर क्योंकिं वहां साफ सुथरा नहीं रहता, शौचालय की सुविधा नहीं होती, रहता भी है तो बहुत गन्दगी रहती है.
ये हैं प्रमुख मांगें
बीएन तिवार ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में बड़े लोग प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान का समर्थन करते हैं, बाते करते हैं लेकिन जहा पर फिल्म की शूटिंग होती है वहां पर स्वच्छता उनको नहीं दिखता. संगठन के प्रेसिंडेट ने मांग करते हुए कहा कि कर्मचारियों का आठ घंटे की शिफ्ट है उसके बाद हर अतिरिक्त घंटे के लिये डबल पेमेंट होना चाहिए.
हर क्राफ्ट के सभी कामगारों, टैक्निशियनों और कलाकारों आदि की चाहे वह मंथली हो या डेलीपैड, पारिश्रमिक में तत्काल वाजिब बढ़ेत्तरी, बिना एग्रीमेंट के काम पर रोक, मिनीमम रेट से कम पर एग्रीमेंट नहीं माना जायेगा. साथ ही जॉब सुरक्षा, उत्तम खानपान और सरकार द्वारा अनुमोदित सारी सुविधायें और ट्रेड यूनियन के प्रावधान हमारी प्रमुख मांग है.
हमें तोड़ने की हो रही है कोशिश
यूनियन का कहना है की फिल्म निर्माता हड़ताल की सूचना मिलने के बाद उनको तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हम नहीं टूटने वाले हैं, जब तक हमारी मांग को फिल्म निर्माता और निर्देशक लिखित रूप से नहीं मानेंगे तब तक ये हड़ताल ख़त्म नहीं होगा. हमारे साथ पूरी टेक्निकल युनिट है. जब तक कैमरा, जगरेटर और कर्मचारी काम पर ही नहीं आएंगे तब तक कोई शूटिंग नहीं होगी. साथ-साथ देस में भी कही भी शूटिंग नहीं होने दी जाएगी.