लखनऊ : समान काम-समान वेतन की मांग को लेकर यूपी के 1.72 लाख शिक्षामित्रों का अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन भी लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में जारी है. शिक्षामित्रों ने यूपी की योगी सरकार के द्वारा सुझाए गए फॉर्मूले को नकार दिया है. इस फॉर्मूले के तहत योगी सरकार ने शिक्षामित्रों को टैट कराकर शिक्षक बनाने की बात कही थी, साथ ही 10 हजार मानदेय भी तय किया था.
सोमवार को राज्य सरकार के द्वारा जारी फॉर्मूले के अनुसार सरकार बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली में संशोधन कर शिक्षामित्रों के लिए उम्र सीमा व वेटेज की शर्तों को आसान बनाएगी. साथ ही सरकार ने 15 अक्टूबर को यूपीटीईटी 2017 करवाने के बाद दिसंबर में शिक्षक भर्ती शुरू करने का भी फैसला किया गया है. लेकिन शिक्षामित्रों ने यह फॉर्मूले मानने से इनकार कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में 70 हजार से अधिक पदों पर भर्ती हो सकती है. इन पदों पर शिक्षामित्रों के अलावा सभी पात्र अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे. भर्ती में टीईटी क्वॉलिफाइंग रहेगी. भर्ती एकेडमिक आधार पर की जाएगी. शिक्षामित्रों को प्रति शिक्षण वर्ष 2.5 अंक के हिसाब से मेरिट में वेटेज दिया जाएगा, लेकिन यह 25 अंकों से ज्यादा नहीं होगा.
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में सरकार शिक्षामित्रों को शिक्षक बनने का मौका देने जा रही है. शिक्षामित्र शिक्षक बनने के लिए टीईटी की अनिवार्य अर्हता प्राप्त कर सकें, इसके लिए 15 अक्टूबर को यूपीटीईटी-2017 आयोजित की जाएगी. यूपीटीईटी-2017 का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है.