मुंबई: मुंबई में लोकल बॉडी चुनाव में बीजेपी का आंधी चली है और उसने मीरा-भायंदर महानगरपालिका चुनाव में 95 में 61 सीटें जीतकर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी जैसी पार्टियों को जबर्दस्त झटका दिया है.
बीजेपी की यह बड़ी जीत शिवसेना को ज्यादा चुभेगी जो इस बार काफी पीछे छूट गई है. बीजेपी को यहां मेयर या डिप्टी मेयर बनाने के लिए किसी की भी मदद नहीं चाहिए.
बीजेपी को 95 में से 61 सीटों पर जीत मिली है. शिवसेना को 22, कांग्रेस को 10 और अन्य को 2 सीटें मिली हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि एनसीपी इस बार खाता खोलने में भी नाकामयाब रही.
29 सीट से 61 सीट का सफर, शिवसेना को तगड़ा झटका
बीजेपी के लिए यह जीत कितनी अहम है इसे समझने के लिए आपको याद करना होगा कि 2012 में जब यहां पिछला चुनाव हुआ था तब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो बनी थी लेकिन उसे मात्र 29 सीट मिले थे.
2012 में सबसे बड़ी पार्टी रहते भी बीजेपी यहां मेयर नहीं बना सकी. 27 सीटों वाली एनसीपी ने कांग्रेस और दूसरी पार्टियों के सहयोग से यहां की सत्ता संभाली. ढाई साल बाद सत्ता परिवर्तन हुआ तो बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर यहां सत्ता कायम किया.
मीरा-भायंदर महानगरपालिका चुनाव के लिए बीजेपी के प्रचार की कमान सीएम देवेंद्र फडणवीस ने संभाली थी. उन्होंने इलाके में कई जनसभाओं को संबोधित किया था. जीत के बाद फडणवीस ने कहा कि ये पीएम नरेंद्र मोदी पर लोगों के विश्वास और विकास की बदौलत हुआ है.
शिवसेना ने भी यहां जीत के लिए पूरी ताकत लगा रखी थी. कांग्रेस की तरफ से अशोक चव्हाण ने अल्पसंख्यक वोटों को खींचने की कोशिश की लेकिन लोगों ने फिर बीजेपी पर भरोसा जताया और जबर्दस्त सीट जीत दिला दी.
इस नतीजे से शिवसेना को बड़ा झटका लगा है. शिवसेना को विश्वास था कि वो चुनाव जीत रही है. लेकिन रिजल्ट आने के बाद ये साफ हो गया है कि मुंबई में भी अब लोगों के लिए शिवसेना से ज्यादा भरोसेमंद पार्टी बीजेपी है.