जयपुर : राजस्थान के भीलवाड़ा में फैमली कोर्ट ने घर में शौचालय नहीं होने को आधार बनाकर महिला के द्वारा तलाक के लिए दायर की गई याचिका को स्वीकार कर लिया है. याचिका को स्वीकार करते हुए कोर्ट ने कहा कि ये महिला के प्रति क्रूरता है और सामाजिक कलंक है. महिला के इस पहल के बाद बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने खुशी जाहिर की है.
मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने कहा कि घर में शौचालय न होने की वजह से महिलाओं को अंधेरा होने का इंतजार करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि बहनों की गरिमा के लिए क्या हम एक शौचालय की भी व्यवस्था नहीं कर सकते? 21 वीं सदी में खुले में शौच की प्रथा हमारे समाज पर कलंक है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भीलवाड़ा की रहने वाली महिला ने अपनी अर्जी में लिखा कि जब वह शादी के बाद ससुराल पहुंची तो उसे पता चला कि घर में शौचालय ही नहीं है. इसके अलावा सोने और बैठने के लिए घर में अलग-अलग कमरा भी नहीं था. महिला के विरोध करने पर ससुराल वालों ने उसे परेशान करना शुरु कर दिया. इसके बाद महिला ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर करा दी.
बता दें कि बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार की ‘टॉयलेट एक प्रेमकथा’ भी कुछ इसी प्रकार की कहानी पर आधारित है. राजस्थान की इस खबर के मीडिया में बायरल होने के बाद अक्षय कुमार ने ट्वीट कर कहा कि ‘अगर तुम कुछ नहीं बदलोगे तो कुछ नहीं बदलेगा। ऐसे बदलाव देखने पर बहुत खुशी हुई.’