मुंबई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस के कॉन्सर्ट को लेकर अच्छा खासा विवाद पैदा हो गया है. अमृता फडणवीस के इस कार्यक्रम के लिए 51,000 रुपये का टिकट रखा गया है. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इतने मंहगे टिकटों को बेचने की जिम्मेदारी राज्य के पुलिसकर्मियों को दी गई है. एक अंग्रेजी अखबार में यह खबर छपने के बाद कांग्रेस ने इस मामले में सफाई मांगी है.
दरअसल, औरंगाबाद में बुधवार को एक ‘पुलिस रजनी’ कार्यक्रम होने जा रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व मंत्री कमल किशोर कदम की संस्था महात्मा गांधी मिशन और औरंगाबाद शहर पुलिस ने मिलकर किया है. इस कार्यक्रम के लिए श्रीमती फडणवीस को ‘गुडविल एंबेसडर बनाया गया है. सीएम की पत्नी अमृता फडणवीस एक कलाकार हैं और अच्छा गाती है, इसलिए पुलिसवालों के कल्याण के लिए आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम ‘पुलिस रजनी’ में वे बतौर गायिका मंच से कुछ गीत गाने वाली हैं.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, पुलिस वालों के कल्याण के लिए चंदा जुटाने के लिए आयोजकों ने 51,000 के रुपये के 400 टिकट छापे हैं और इन टिकटों को बेचने का जिम्मा औरंगाबाद शहर के 15 पुलिस स्टेशनों में तैनात पुलिस अफसरों को दिया गया है. अखबार का दावा है कि पुलिस अफसरों ने यह जिम्मेदारी पुलिस हवालदारों पर डाल दी गई है. अखबार का यह भी दावा है कि इतने मंहगे टिकटों को बेचने के लिए पुलिस हवलदारों को नेताओं, होटलवालों और उद्योगपतियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.
अखबार में यह खबर प्रकाशित होने के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, ‘पुलिस आयुक्त को स्पष्ट करना चाहिए कि किसके आदेश पर पुलिस से टिकट बेचने के लिए कहा गया है. उनको स्पष्ट करना चाहिए कि क्या टिकट असामाजिक तत्वों को बेचा गया? अगर ऐसा हुआ है तो फिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?’ उधर, औरंगाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस लाइव कॉन्सर्ट का टिकट बेचने के लिए 15 थानों के अधिकारियों को कहा गया है.