पटना: बिहार में शराबबंदी लागू किए हुए सवा साल से ऊपर हो चुके हैं मगर शराब की तस्करी की कहानी बदस्तूर जारी है. बिहार में शराब क्या बन्द हुई, शराब तस्करों की चांदी हो गई है और अब वो रेलवे का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. जी हां, अब सूबे में ट्रेनों से शराब की तस्करी हो रही है.
बताया जा रहा है कि शराब तस्कर हरियाणा से शराब खरीदकर ट्रेन के जरिये बिहार ले जा रहे हैं और वहां ऊंची कीमत पर चोरी-छिपे बेच रहे हैं. RPF ने पिछले महीने ब्रांडेड कंपनियों की 1000 शराब की बोतलों को ट्रेनों से बरामद किया है. RPF ने इसे आनन्द विहार स्टेशन समेत कई रेलवे स्टेशनों पर बिहार जाने वाली ट्रेनों से बरामद किया है.
इस मामले में आरपीएफ की टीम ने कुछ तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि बिहार के रहने वाले शराब तस्कर सोनीपत समेत हरियाणा के कई जगहों से खरीद कर बिहार ले जा रहे थे. बता दें कि ऐसी खबरें आती रहती हैं कि यूपी और हरियाणा बॉर्डर के रास्ते बिहार में शराब की तस्करी हो रही है.
हालांकि, बिहार में शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश कुमार साफ शब्दों में कह चुके हैं कि वो जीते जी बिहार से शराबबंदी कानून को नहीं हटा सकते हैं. उन्होंने कहा था कि मेरे जीते जी शराबबंदी खत्म नहीं होगी.
बता दें कि नीतीश कुमार ने 2016 में ही राज्य में पूर्ण शराब बंदी की कर दी थी, मगर बिहार में तस्करी का धंधा अभी भी जारी है.