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पढ़ाई में तेज करने के लिए स्कूल ने जो तरीका अपनाया, उसे जानकर आपको हंसी भी आएगी और गुस्सा भी

केरल के एक प्राइवेट स्कूल ने बच्चों की एकेडमिक स्किल्स अच्छी करने के लिए बेहद वाहियात तरीका निकाला है जिसकी पूरे देश में निंदा हो रही है. दरअसल केरल के मल्लापुरम जिले के अल फारुक स्कूल में जून से एक नियम निकाला गया, जिसके मुताबिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को एकेडमिक आधार पर ड्रेस कोर्ड का पालन करना होगा.

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  • August 12, 2017 2:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
तिरुवंतपुरम: केरल के एक प्राइवेट स्कूल ने बच्चों की एकेडमिक स्किल्स अच्छी करने के लिए बेहद वाहियात तरीका निकाला है जिसकी पूरे देश में निंदा हो रही है. दरअसल केरल के मल्लापुरम जिले के अल फारुक स्कूल में जून से एक नियम निकाला गया, जिसके मुताबिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को एकेडमिक आधार पर ड्रेस कोर्ड का पालन करना होगा. 
 
 
इसके मुताबिक वो बच्चे जो पढ़ने में अच्छे हैं वो सफेद रंग की शर्ट और पैंट पहनेंगे जबकि औसत और कमजोर बच्चों को लाल शर्ट पहननी होगी. इस बेवकुफाना तरीके के पीछे स्कूल प्रशासन का तर्क है कि इससे बच्चों में हेल्दी कंपीटिशन शुरू हो जाएगा और जो बच्चे कमजोर हैं वो इस भेदभाव को खत्म करने के लिए पहले से ज्यादा दिल लगाकर पढ़ेंगे. हालांकि बच्चों के परिजनों को भी स्कूल प्रशासन का ये तर्क समझ नहीं आया और उन्होंने इसे तुरंत हटाने को कहा. परिजनों का तर्क है कि इस तरह का प्रयोग बच्चों के दिमाग पर खराब असर डालेगा. लेकिन स्कूल प्रशासन ने परिजनों की बात को नजरअंदाज कर दिया.
 
 
इसके बाद ये मामला जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचा. इस मामले पर अल फारुख ग्रुप का कहना है कि उन्होंने ये व्यवस्था तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी है और इसे लागू करने वाले प्रिंसिपल पर कार्रवाई की जा रही है.
 

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