इंदौर : ब्लू व्हेल गेम जानलेवा साबित हो रही है, एक-एक कर बच्चे अपनी जान दे रहे हैं. दुनिया भर में जान के लिए खतरा बन चुकी ये ऑनलाइन गेम अब तक कई बच्चों की जिंदगी की डोर को तोड़ चुकी है. हाल ही में एक छात्र ने स्कूल की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की.
स्कूल के अन्य सतर्क छात्रों ने लेकिन 7वीं कक्षा में पड़ने वाली इस छात्र की जिंदगी को खत्म होने से बचा लिया. स्कूल ने बाद में छात्र के परिजनों को बुलाकर उन्हें सारी बात बताई और फिर छात्र उनके साथ चला गया. बता दें कि पुलिस मनोचिकित्सक से छात्र की काउंसिलिंग कराने को लेकर विचार कर रही है.
गौरतलब है कि भारत में ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी एक गेम 14 वर्षीय युवक की मौत का कारण बनी, ये बात सुनकर हैरत में पड़ गए ना लेकिन ये सच है मुंबई में एक युवक ने पांच मंजिला इमारत से कूदकर जान दे दी. पुलिस को शुरुआती जांच में इस बात का पता चला है कि पिछले कुछ समय से छात्र अपने पिता के मोबाइल पर ये जानलेवा गेम खेल रहा था. 50वें टॉस्क को पूरा करने के लिए वह आत्महत्या करने के बारे में सोचकर मानसिक तनाव से गुजर रहा था.
क्या है ये गेम
ब्लू व्हेल गेम एक ऑनलाइन गेम है जो कि सुसाइड चैलेंज है, ऐसी खबर है कि इस गेम ने विश्वस्तर पर अब तक 250 बच्चों की जान ली है. आपके भी जहन में ये सवाल आ रहा होगा कि ये गेम आई तो आई कहां से तो बता दें कि इस गेम की शुरुआत रूस में हुई थी, इस गेम में 50 दिन अलग-अलग टास्क दिए जाते हैं.
बता दें कि टास्क पूरा होने के बाद अपने हाथ पर निशान बनाना होता है जो 50 दिन में पूरा होने के बाद एक व्हेल का आकार बन जाता है और फिर टास्क पूरा होने पर खेलने वाले शख्स को आत्महत्या करनी पड़ती है.