दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज में मुज़फ्फरनगर दंगों पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'मुज़फ्फरनगर बाकी है' की स्क्रीनिंग को कल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने जबरदस्ती नहीं होने दिया. आपको बता दें कि कॉलेज की फिल्म सोसायटी ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था जिसे DUSU और ABVP के लोगों ने एंटी नेशनल करार देते हुए जबरदस्ती बंद करवा दिया.
नई दिल्ली. दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज में मुज़फ्फरनगर दंगों पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मुज़फ्फरनगर बाकी है’ की स्क्रीनिंग को कल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने जबरदस्ती नहीं होने दिया.
आपको बता दें कि कॉलेज की फिल्म सोसायटी ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था जिसे DUSU और ABVP के लोगों ने एंटी नेशनल करार देते हुए जबरदस्ती बंद करवा दिया.
DUSU का कहना है कि इस फिल्म में एक कम्युनिटी को टार्गेट किया गया है इसलिए यह देश के सामाजिक ढांचे को नुकसान पहुंचाती है. दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे किसी संस्थान में ऐसी फिल्म की स्क्रीनिंग होना ठीक नहीं है.
हालांकि कॉलेज की फिल्म सोसायटी ने इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बताया है. कॉलेज के प्रिंसिपल दिनेश खट्टर ने बताया कि फिल्म स्क्रीनिंग की इजाज़त मैंने ही दी थी लेकिन DUSU की शिकायत के बाद इसे रोका गया और कहा गया कि पहले फिल्म ठीक से देखी जाएगी और अगर इसमें कुछ ओब्जेक्शनेबल नहीं हुआ तो फिर स्क्रीनिंग की जाएगी. इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को नकुल सिंह और नेहा दीक्षित ने बनाया है.