पटना. बिहार की सत्ता से बाहर होने के बाद नीतीश कुमार से जनादेश के अपमान का बदला लेने के लिए तेजस्वी व तेजप्रताप निकल गए हैं. लालू प्रसाद के दोनों बेटों ने ऐतिहासिक चंपारण की धरती से जनादेश अपमान यात्रा की शुरुआत की है.
इस यात्रा के दौरान तेजस्वी ने लोगों के बीच जाकर कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया है. ये यात्रा कई चरण में पूरा होना है. बिहार में जनादेश अपमान यात्रा पर निकले लालू पुत्र तेजस्वी यादव और तेज प्रताप शहर-शहर घूम कर नीतीश की पोल खोलेंगे.
बताया जा रहा है कि तेजस्वी की दो दिनों की पहले चरण की यात्रा चलेगी. पहले चरण की यात्रा के दौरान मोतीहारी में न सिर्फ राजद के तमाम बड़े नेता मौजूद दिख रहे हैं, बल्कि लोगों का हुजूम भी देखने को मिल रहा है.
खास बात ये है कि तेजस्वी और तेज प्रताप के इस यात्रा में उनके पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव शामिल नहीं हैं. तेजस्वी ने पहले चरण की यात्रा में मोतिहारी के गांधी मैदान स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वहीं पर धरना दिया. इस यात्रा में तेजस्वी के साथ तेजप्रताप व आरजेडी के कई बड़े नेता मौजूद हैं.
बताया जा रहा है कि यात्रा के दौरान कई जगह उनका कार्यक्रम है. इस दौरान कई सभाओं को संबोधित भी करेंगे. साथ ही गुरुवार को तीन अलग-अलग क्षेत्रों में जनसभा भी करेंगे. दो दिनों की यात्री के बाद फिर पटना लौट जाएंगे.
गौरतलब है कि बीते महीने बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 26 जुलाई को इस्तीफा देकर अगले दिन ही भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बना ली थी और महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था. लालू यादव ने बीजेपी के साथ नीतीश के चले जाने को ही जनादेश का अपमान बताया था. इसलिए राजद नीतीश के खिलाफ बिगुल फूंक चुकी है.
राजद का आरोप है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को बिहार की जनता ने बीजेपी के खिलाफ वोट दिया था. मगर बीजेपी का साथ मिलकर नीतीश के सरकार बनाने को राजद ने बिहार की जनता के जनादेश का अपमान बताया है. इसलिए राजद शहर-शहर, गांव-गांव जाकर नीतीश कुमार की पोल खोलने का काम कर रही है.