मुंबई. बुधवार की सुबह से ही मुंबई की रफ्तार में ब्रेक लग गई है. मराठा क्रांति मोर्चा के बैनर तले मराठाओं को नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर बुधवार को मुंबई में मराठा संगठन की एक बड़ी रैली है. 11 बजे से भायखाला से मराठा क्रांति मोर्चा की रैली शुरू होगी, मगर अभी से ही सड़कों पर लोग मार्च में शामिल होने लगे हैं.
उम्मीद जताई जा रही है कि इस महारैली में करीब 50 लाख से अधिक लोग जुटेंगे. मराठा क्रांति मोर्चा की रैली में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से मराठा समुदाय के लाखों लोग मुंबई पहुंचे हैं. जिसकी वजह से पूरी मुंबई थम सी गई है.
बताया जा रहा है कि यह मार्च 11 बजे भायखला से निकलेगा, जो शांतिकपूर्ण तरीके से शाम में करीब 5 बजे के आस-पास आजाद मैदान में खत्म होगी. मार्च की वजह से जगह-जगह जाम लगा है. लोग इस मार्च से हलकान परेशान हो रहे हैं. रैली को लेकर संभावना जताई जा रही है कि दिन भर मुंबई थमी रहेगी.
बता दें कि रैली मराठाओं को नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर है. साथ ही कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य और SC-ST कानून में संशोधन की मांग भी शामिल है. इस रैली के आयजकों का मानना है कि SC-ST कानून का मराठा समुदाय के खिलाफ दुरुपयोग हो रहा है.
मराठा मोर्चे की रैली की वजह से महानगर में ट्रैफिक जाम के चलते राज्य के शिक्षा विभाग ने दक्षिण मुंबई के स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है. बता दें कि राज्य की आबादी में 33 फीसदी मराठा है और राज्य की सत्ता निर्धारण में इनका अहम रोल होता है.
बताया ये भी जा रहा है कि इस मराठा क्रांति मोर्चा की रैली में महाराष्ट्र के सभी डब्बावाला भी शामिल होंगे. डब्बेवालों ने रैली में शामिल होने के लिए बुधवार यानी 9 अगस्त को काम न करने की खबर पहले ही लोगों को दे दी है.
हालांकि, रैली को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने पुलिस को मुस्तैद रहने को कहा है. साथ ही ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए कई रूटों में भी फेर-बदल किया गया है. साथ ही अतिरिक्त फोर्स को भी तैनात किया गया है.