वाराणसी: भगवान शिव की नगरी कही जाने वाली वाराणसी यानी बनारस में आज कुछ ऐसा हुआ जो पिछले 26 सालों में नहीं हुआ. वाराणसी की गंगा आरती दुनियाभर में प्रसिद्ध है लेकिन सोमवार को ये आरती शाम की बजाय दोपहर में ही कर ली गई. इसके पीछे कारण ये है कि सोमवार को चंद्र ग्रहण लग रहा है.
12 साल बाद ऐसा संयोग बना है कि रक्षा बंधन के दिन ही चंद्रगहण लग रहा है. इससे पहले साल 2005 में ऐसा संयोग बना था. इस दिन कुछ राशियों के लिए धन लाभ के योग बन रहे हैं, तो वहीं कुछ राशियों के लिए ये दिन अनुचित रहेगा. मेष, मीन, सिंह, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए धन लाभ का योग है तो धनु, तुला, मिथुन, वृश्चिक, कर्क राशि वालों के लिए यह चंद्र ग्रहण सही साबित होता नहीं दिख रहा है.
गर्भवती महिलाएं बरतें विशेष सावधानी
गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण के दिन घर के अंदर ही रहने की सलाह दी जाती है. कहा जाता है कि इस दिन वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा होता है. घर में ही रहकर मंत्रोचारण करना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. साथ ही इस दिन किसी भी प्रकार का शुभ कार्य ना करें. मन में बुरे विचारों को ना पनपने दें.
ग्रहण के दौरान करें ये काम
इसके अलावा नवग्रह मंत्र, गायत्री एवं माहमृत्युंजय मंत्र जाप करें और दुर्गा चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम, श्रीमदभागवत गीता, गजेंद्र मोक्ष का पाठ भी कर सकते हैं. इसके साथ ही ग्रहण के समय चंद्रदेव की पूजा करने से भी शुभ फल मिलता है. इस दिन के लिए दो मंत्र भी हैं, जिनका जाप करना शुभ माना जाता है. पहला मंत्र है, ‘ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:’ और दूसरा मंत्र है ‘ॐ सों सोमाय नम:’. इन दोनों में से किसी एक मंत्र का जाप किया जा सकता है.
इसके अलावा चंद्र ग्रहण से बचने के और भी उपाय हैं जो हम आज आपको बताने जा रहे हैं. जिसे अपनाकर आप चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से खुद को बचा सकते हैं.
चंद्रग्रहण के प्रभाव से खुद को ऐसे करें सुरक्षित
चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए अपने एक सूखा नारियल लें और इसके साथ ही 7 जायपल, 21 जोड़े लौंग, 21 जोड़े छोटी इलायची, 250 ग्राम भूरी सरसों, 250 ग्राम काले उड़द, 250 ग्राम चाय की पत्ती को काले कपड़े बांध दें. इसे बाद अब इस पूरे नारियल को अपने ऊपर से नजर उतारकर दान कर दें.