कानपुर: कानपुर के कल्याणपुर थाने में बीती रात 9 साल बाद एक एफआईआर लिखी गयी है. पुलिस महकमें की ये घटना यूपी पुलिस के कामकाज पर कई सवाल खड़े करती है. यूपी पुलिस के काम-काज के प्रति सक्रियता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 2008 में जो 2 वायरलेस गायब हुई थी, उसकी एफआईआर 9 साल बाद 2017 में लिखी गई है.
हैरान करने वाली बात ये है कि दो वायरलेस के गायब होने का मामला 29 अगस्त 2008 का है. कल्याणपुर थाने के मालखाने से उस वक्त 2 वायरलेस गायब हुई थी. मगर इतने सालों तक उसकी सिर्फ विभागीय जांच-पड़ताल होती रही.
मगर घटना के 9 साल बाद डीआईजी के आदेश के बाद कल्याणपुर थाने के दारोगा एस एस राठौर और सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. बता दें कि उस समय दरोगा एस एस राठौर और सिपाही वीरेंदर सिंह मालखाना के इंचार्ज थे और अब इनके ऊपर चोरी का मामला दर्ज किया गया है.
ये एफआईआर रेडिओ विभाग निरीक्षक पुलिस द्वारा कराई गयी है. बता दें कि राजकीय संपत्ति उपकरणों की हानि को लेकर एफआईआर लिखने में पुलिस विभाग की ये देरी उस पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है.