पटना. सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के प्रेस कॉन्फ्रेंस के जवाब में लालू प्रसाद ने पलटवार किया है. मंगलवार को लालू प्रसाद ने भी प्रेस कॉनफ्रेंस कर नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर जमकर निशाना साधा. लालू यादव ने नीतीश कुमार को राजनीति का पलटूराम बताया.
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने नतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि 1989 में चुनाव हारने के बाद हाथ जोड़कर नीतीश कुमार मेरे पास आए थे. साथ ही नीतीश के कल जाति के नेता वाले बयान पर उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार जन नेता हैं तो वे कुर्मी के सम्मेलन में क्यों गये. आज तक मैं कभी यादव सम्मेलन में नहीं गया.
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश कहते हैं कि उन्होंने मुझे वोट दिलाया. वो अपनी हैसियत भूल गये हैं. क्या उन्हें ये बात बोलते हुए शर्म नहीं आती. मैं नीतीश से सीनियर हूं. नीतीश को शुरू से जानता हूं. नीतीश का आदर्शवाद झूठा है. नतीश कुमार दो-दो बार विधायकी हार चुके हैं.
लालू यादव ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा कि एक समय था जब नीतीश कुमार मुझसे चंदन लगवाकर जाते थे. जेपी आंदोलन के समय नतीश का कोई अता-पता नहीं था. उस वक्त मैंने नीतीश कुमार को आगे लाया. मैंने नीतीश कुमार को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया.
लालू यादव ने सुशील मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जेपी आंदोलन के वक्त सुशील मोदी हाफ पैंट में घूमा करत थे. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को आगे बढ़ाने के लिए मैंने बहुत कुछ किया. नीतीश कुमार को बनाने में शरद यादव का बड़ा हाथ है.
लालू ने कहा कि नीतीश कुमार कल तक मोदी को कोसते थे, मगर आज जय-जयकार कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी के बारे में नीतीश कुमार ने क्या-क्या कहा है ये सभी जानते हैं. मगर आज बीजेपी और आरएसएस की गोद में बैठ गये हैं नीतीश कुमार.
लालू ने कहा कि नतीश मेरे बच्चों की बली लेना चाहते थे. तेजस्वी की लोकप्रियता से डर गये थे नीतीश. हारने के बाद हाथ जोड़कर मेरे पास आए थे नीतीश कुमार.