पोरबंदर : नशे की तस्करी के खिलाफ भारतीय कोस्ट गार्ड ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक विदेशी पोत को पकड़ उसमें से ड्रग्स का जखीरा बरामद किया है. पानी के रास्ते बड़े पैमाने पर तस्करी की जाती है और ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है.
पिछले कुछ समय से दो शख्स जहाज के कप्तान के संपर्क में थे जिन्हें ड्रग्स की खेप पकड़ने के बाद गुजरात एटीएस ने हिरासत में ले लिया है. कप्तान के मुताबिक, यही दो शख्स भावनगर के मिड सी में ड्रग्स की खेप लेने के लिए आने वाले थे. हिरासत में लेने के बाद गुजरात एटीएस आरोपियों से पूछताछ में जुट गई है.
ड्रग्स की इस खेप को भावनगर पहुचाने के लिए कप्तान को 5 करोड़ रुपए की राशि मिलने वाली थी. शिप हेनरी पनामा में रजिस्टर्ड है लेकिन इसका मालिक ईरान का है, मालिक मोरानी के नाम से जाना जाता है. जुलाई के पहले सप्ताह में इस शिप के मालिक ने कप्तान सुरप्रित तिवारी को बुलाया था.
सुरप्रित कोलकाता का निवासी है. बता दें कि पहले ड्रग्स को ईजिप्त ले जाने के लिए कहा गया लेकिन बाद में सेटेलाइट फोन के जरिए इस खेप को भावनगर ले जानें को कहा गया था.
ये पोत ईरान से आज पोरबंदर पहुंचा, मिली जानकारी के मुताबिक पोत से कोस्ट गार्ड की टीम को 1500 किलो हेरोइन (कीमत लगभग 3500 करोड़) जब्त कर ली है. यह एक पनामा नेशनल पोत है. खुफिया जानकारी के मुताबिक, पोत को 29 जुलाई 2017 को 12 बजे पकड़ा गया. आईसीजी, आईबी, पुलिस, कस्टम, नौसेना और अन्य एजेंसियों द्वारा पोत की संयुक्त जांच की जा रही है.
जहाज के कमांडर ने भी नशे की तस्करी की बात कबूल की है. फिलहाल जहाज के कमांडर से पूछताछ की जा रही है. इस रैकेट से जुड़े तस्करों के बारे में उससे जानकारी जुटाई जा रही है.