पटना: बहुमत साबित करने ने बाद सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में आज आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस को भी खूब खरी-खोटी सुनाई. नीतीश कुमार ने कहा कि मैं आपकी तरह सेक्यूलरिज्म के नाम पर पाप नहीं करता. कांग्रेस को बिहार में 15-20 सीट से ज्यान नहीं मिलने वाला था लेकिन, हमने 40 सीट तक पहुंचा दिया.
नीतीश कुमार ने तेजस्वी विवाद पर कहा कि हमने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से कहा आप लोग हस्तक्षेप कर कोई रास्ता निकालिए, उसके बाद भी कोई आगे नहीं आया. नीतीश ने गठबंधन की बात करते हुए कहा कि मैंने गठबंधन धर्म का पालन किया है. जबकि उसके विपरित एक पार्टी के द्वारा न जाने कितने बयान दिए गए मैंने सबको झेला है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जो वोट दिया है वो काम करने के लिए दिया है.
भोग करने के लिए नहीं. उसके बाद भी जब सारा दृश्य एक-एक कर सामने आया तो हमने कहा कि पूरे मामले पर सफाई दे दे. जो चार्ज लगा है उस पर सफाई देनी चाहिए थी. लेकिन उत्तर देने की स्थिति में नहीं थे. बिहार में जनमत के बारे भ्रम बाकी नेता भ्रम न पाले. इसलिए राज्य के हित के लिए ये फैसला लिया गया है. मैं एक-एक बात का सम्मान करता हूं. आगे और सारी बातें भी मैं कहूंगा. लोगों का आइना दिखाउंगा. हम मर्यादा का पालन करते हैं.
सरकार कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है
हम अकारण नहीं बोलते. बिहार के हित में यह सरकार कार्य करने के लिए प्रतिबंद्द है. समजा के हर तबके के हित की रक्षा होगी. नीतीश कुमार ने कहा कि सत्ता जनता की सेवा के लिए है परिवार की सेवा या फिर राजभोग के लिए नहीं मिलता है. इसलिए मैंने समझा कि ऐसे सरकार चलाना संभव नहीं है इसलिए हमने अपने आप को अलग किया.