पटना: बिहार विधानसभा में शुक्रवार को खूब गहमा गहमी देखने को मिली. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. तेजस्वी यादव ने महागठबंधन तोड़ने के लिए नीतीश कुमार खूब हमला बोला. साथ ही नीतीश पर आरोपों की बौछार कर दी.
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपने लंबे भाषण में नीतीश कुमार पर हमला करते हुए काफी कुछ सुनाया. साथ ही नीतीश पर बिहार की जनता को धोखा देने का आरोप भी लगाया. आइये जानते हैं तेजस्वी के भाषण की अहम बातों को.
तेजस्वी के भाषण की अहम बातें…
- बिहार में लोकतंत्र की हत्या हुई.
- बिहार की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है.
- नीतीश में हिम्मत थी तो मुझे बर्खास्त कर देते.
- नीतीश ने बीजेपी के सामने घुटने टेक दिेये.
- नीतीश ने बिहार को धोखा दिया.
- नीतीश बेजीपी और आरएसएस की गोद में बैठ गये.
- नीतीश का बिहार में कोई जनाधार नहीं. वह रणछोड़ हैं
- नीतीश ‘हे राम’ से ‘जय श्री राम’ पर पहुंच गये
- मैं 28 साल का होकर भी नहीं डरा मगर नीतीश कुमार बीजेपी से डर गये.
- नीतीश कुमार चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पर गांधी जी के हत्यारों से मिल गए
- बिहार के डीएनए को गाली देने वालों के साथ नीतीश कैसे मिल गए?
- पुत्र मोह में नहीं, भाई मोह में गठबंधन टूटा
- आरजेडी ने ही नीतीश कुमार का वजूद बचाया है.
- बिहार का चार साल क्यों बर्बाद किया गया ?
- नीतीश ने कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.
बता दें कि अब विधानसभा में तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष हैं.