नई दिल्ली: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बदले राजनीतिक हालात में बीजेपी के समर्थन पर सस्पेंस पैदा हो गया है. बीजेपी ने बिहार के तीन नेताओं की एक कमिटी बनाई है जिसकी रिपोर्ट पर पार्टी नेतृत्व आगे फैसला करेगा.
दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी महासचिव जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी राज्य में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहती.
पीएम मोदी ने नीतीश को इस्तीफे पर ट्वीट करके बधाई दी थी जिसके बाद कयास लगाया जा रहा था कि बीजेपी समर्थन का ऐलान करेगी लेकिन फिलहाल के लिए पार्टी ने फैसला टाल दिया है.
नड्डा ने कहा कि बीजेपी स्थिर सरकार और विकास के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए बिहार के तीन बीजेपी नेताओं की एक कमिटी बनाई गई है. तीन नेताओं की ये कमिटी पार्टी नेतृत्व को बिहार के राजनीतिक हालात पर रिपोर्ट देगी जिसके बाद पार्टी नेतृत्व फैसला करेगा कि क्या करना है.
इससे पहले नीतीश के इस्तीफे के बाद पटना में बीजेपी विधायक दल की भी बैठक हुई थी जिसके बाद वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि बीजेपी बिहार में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहती. बीजेपी चाहती है कि जो विधायक चुनकर आए हैं वो 5 साल का कार्यकाल पूरा करें, ये बीजेपी चाहती है.
28 जुलाई से बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है. बीजेपी अगर तब तक नीतीश को समर्थन का ऐलान कर देती है तो नीतीश सबसे पहले विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे.
बहुमत साबित करने के बाद बिहार में नीतीश नई सरकार यानी नए मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं जिसमें बीजेपी और एनडीए की दूसरी पार्टियां शामिल होंगी या बाहर से समर्थन करेंगी, ये आगे चलकर पता चलेगा.