पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तनातनी के बीच इस्तीफा दे दिया. आसार हैं कि बीजेपी नीतीश कुमार को समर्थन देगी जिसके बाद वो विधानसभा में बहुमत साबित करके दोबारा सरकार बनाएंगे.
नीतीश कुमार के इस्तीफे का मतलब ये है कि बिहार में इस समय आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस की गठबंधन सरकार का इस्तीफा हो गया है. अब अगर नीतीश दोबारा बहुमत का दावा पेश करते हैं तो उनको फिर से बहुमत साबित करना होगा.
जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद जैसे ही नीतीश राज्यपाल से मिलने निकले तभी चर्चा तेज हो गई कि या तो नीतीश अपनी सरकार का इस्तीफा देने जा रहे हैं या फिर तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने की सिफारिश करने.
बुधवार की शाम पटना में बीजेपी विधायक दल की बैठक है. दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की मीटिंग भी आज ही है. सभव है कि बीजेपी की मीटिंग के बाद नीतीश को समर्थन का ऐलान हो जाए.
अगर बीजेपी नीतीश को समर्थन का ऐलान करती है और राज्यपाल के पास समर्थन की चिट्ठी भेजती है तो राज्यपाल नीतीश को विधानसभा में बहुमत साबित करने कह सकते हैं.
ऐसी हालत में नीतीश को सदन में बहुमत साबित करना होगा जो संख्याबल के हिसाब से नीतीश के पक्ष में होगा अगर बीजेपी उनको समर्थन दे दे.
इससे पहले आज आरजेडी विधायक दल की बैठक हुई थी जिसके बाद लालू यादव ने कहा था कि नीतीश ने तेजस्वी यादव का इस्तीफा नहीं मांगा है लिहाजा इस्तीफे का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.