गांधीनगर: गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 72 लोगों की मौत हो गई है जबकि पशुओं के मरने की संख्या 900 पहुंच गई है. भारी बारिश के बाद साबरमती नदी में देर रात 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसके बाद अहमदाबाद में रिवर फ्रंट पर न जाने की नसीहत दी गई और साबरकांठा के कुछ निचले इलाकों को भी अलर्ट किया गया है.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के बचाव के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पोंस फोर्स (एनडीआरफ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं. गुजरात के सीएम विजय रूपानी ने रविवार को चोटिला और मलिया जैसे बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. जिसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक कर उचित दिशा निर्देश दिए.
मौसम विभाग की माने तो राज्य में 29 जुलाई तक बारिश की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग ने बनासकांठा, साबरकांठा, पाटन और मेहसाना जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है. राज्य राहत निदेशक ए जे शाह के अनुसार राज्य में पिछले दो दिनों में बाढ़ की स्थिति के बाद से अब तक 7 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
प्रशासन से मदद के बाद NDRF की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करते हुए 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. गुजरात में बारिश से आई बाढ़ पर सीएम विजय रूपाणी ने नजर बनाई हुई है. बता दें कि बनासकांठा में भारी बारिश के मद्देनजर सुरेंद्र नगर से सेना की टीम को बनासकांठा के लिए भी रवाना किया गया है.