नई दिल्ली : देश की राजधानी में दिन ब दिन बढ़ती अवैध पार्किंग की घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस की बजाय दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने तरीका ढूंढ निकाला है. दिल्ली के पूर्वी निगम के अधिकारियों ने अवैध पार्किंग के लिए एक शख्स को 5500 का चालान थमा दिया.
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, शुक्रवार को जगतपुरी मार्केट एरिये में ऋषि नाम के एक युवक ने नो पार्किंग जोन में अपनी कार खड़ी कर दी और वो बाजार चला गया. जब वो लौटा तो उसकी गाड़ी वहां नहीं थी. जब उसने आस-पास खोजा तो पता चला कि उसकी गाड़ी को ट्रैफिक पुलिस ने नहीं, बल्कि पूर्वी नगर निगम के कर्मचारियों ने उठा लिया है.
चौंका देने वाली बात तो तब हुई जब ऋषि को अवैध पार्किंग के लिए जुर्माने के तौर पर 5500 रुपये देने को कहा गया. हैरान करने वाली बात इसलिए भी थी क्योंकि ऋषि ने कभी अवैध पार्किंग के लिए ऐसे चालान के बारे में नहीं सुना था.
जब उसने इस चालान के बारे में पूछताछ की तो अधिकारियों की तरफ से कहा गया कि वो नियम के अनुसार ही चालान कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अवैध पार्किंग को लेकर इतना भारी जुर्माना इसलिए भी है क्योंकि निगम के इस अभियान के तहत वाहन के वजन के अनुसार उसका चालान बनाया जाता हैं.
अधिकारियों की मानें तो बीते दो महीने में अब तक निगम 200 लोगों का चालान काट चुकी है. ये चालान इसलिए भी अधिक है क्योंकि चालान गाड़ियों की वजन के अनुसार बनते हैं, जिनमें तीन तरह के फीस शामिल होते हैं- कंपोजिशन फीस, लिफ्टिंग फीस और स्टोरेज फीस.
बता दें कि इसी अभियान के तहत उतरी नगर निगम ने 800 चालान कर दिये हैं. हालांकि, अभी तक दक्षिणी नगर निगम ने इस अभियान को शुरू नहीं किया है. हालांकि, इस घटना के बाद East Delhi Joint Front के अध्यक्ष बीएस वोहरा ने कहा कि इस तरह के चालान काटने से पहले नगर निगम को पार्किंग की जगह मुहैया करवानी चाहिए.