नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर करने वाले हरियाणा काडर के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को रैमन मैग्सेसे अवार्ड देने की घोषणा हुई है. उनके अलावा एनजीओ 'गूंज' के संस्थापक अंशु गुप्ता को भी यह अवार्ड दिया गया है. गूंज संस्था गरीबों के लिए काम करती है. आपको बता दें कि संजीव चतुर्वेदी पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के बाद दूसरे ऐसे अधिकारी है जिन्हें पद पर रहते हुए यह सम्मान मिलने वाला है.
नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर करने वाले हरियाणा काडर के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को रैमन मैग्सेसे अवार्ड देने की घोषणा हुई है. उनके अलावा एनजीओ ‘गूंज’ के संस्थापक अंशु गुप्ता को भी यह अवार्ड दिया गया है. गूंज संस्था गरीबों के लिए काम करती है. आपको बता दें कि संजीव चतुर्वेदी पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के बाद दूसरे ऐसे अधिकारी है जिन्हें पद पर रहते हुए यह सम्मान मिलने वाला है.
2002 बैच के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी एम्स में कई भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने के लिए जाने जाते हैं. पिछले साल केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद जब संजीव को एम्स के सीवीओ पद से हटाया गया तो बड़ा विवाद हुआ था. फिलहाल भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाला अपना ओएसडी नियुक्त करना चाहते हैं.
संजीव को ओएसडी बनाने के लिए सीएम केजरीवाल ने 16 फरवरी को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा था. हालांकि, संजीव चतुर्वेदी को दिल्ली सरकार में डेपुटेशन पर भेजने के प्रस्ताव पर एक महीने से भी ज्यादा समय से एम्स प्रशासन फाइल रोके हुए है.
वहीं रैमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन ने कहा कि अंशु गुप्ता को यह सम्मान उनके रचनात्मक दृष्टिकोण और नेतृत्व क्षमता के लिए दिया गया है. उनके नेतृत्व में शहरों में अनुपयोगी समझे जाने वाले सामानों, खासकर कपड़ों का इस्तेमाल जिस तरह वंचित वर्ग की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है, वह प्रशंसनीय है.