लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में 2017-18 का अपना पहला बजट पेश किया. योगी ने 3.84 लाख करोड़ का बजट पेश किया जो पिछले बजट से 10.9 फीसदी ज्यादा है. बजट की सबसे खास बात ये रही कि इसमें जनता पर कोई नया टैक्स नहीं लगा है.
सरकार ने किसानों के कर्ज माफी के लिए 36 हजार करोड़ का प्रावधान भी सीधे बजट में कर दिया है. इस बजट में सीएम योगी ने 55 हजार 781 करोड़ रुपए की नई योजनाएं हैं. जबकि अखिलेश सरकार की 13 प्रमुख योजनाओं को बंद कर दिया है. जिसमें समाजवादी किसान एवं सर्वहित बीमा योजना, यश भारती अवार्ड और लोहिया ग्रामीण आवास योजना प्रमुख है.
बजट पेश करने के बाद सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बजट संबंधी जानकारी दी. उन्होंने यूपी के विकास दर की बात करते हुए बताया कि राज्य के विकास दर को 10 फीसदी करना है. उन्होंने इस बजट को गांव, गरीब और किसानों को समर्पित बताया. उन्होंने कहा कि यह बजट अगले पांच साल का विजन बजट है, जिसमें डिजिटल इंडिया पर जोर दिया गया है.
शिक्षा पर जोर
योगी सरकार ने बजट में शिक्षा पर जोर दिया है. PWD के बाद सबसे ज्यादा पैसे 66, 599 करोड़ रुपए केवल शिक्षा पर खर्च किए जाएंगे. यूपी में अहिल्याबाई निशुल्क शिक्षा योजना की शुरुआत होगी. जिसमें निशुल्क स्कूल बैग के लिए 100 करोड़ और निशुल्क यूनिफार्म के लिए 123 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए गए हैं. सरकार छात्रों को जूता, मोजा और स्वेटर भी मुफ्त में देगी.
इन जगहों पर बनेगा सर्किट
सीएम योगी ने राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वदेश दर्शन योजना के लिए 1240 करोड़ का बजट निर्धारित किया है. जिसमें अयोध्या में रामायण सर्किट, वाराणसी में बुद्ध सर्किट और मथुरा में कृष्णा सर्किट बनाया जाएगा. जबकि 800 करोड़ रुपए प्रसाद योजना के लिए निर्धारित किया गया है. इस पैसे से अयोध्या, मथुरा और वाराणसी में कल्चर टूरिजम को बढ़ावा देने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाए विकसित की जाएंगी.