मुंबई: भारत में चीनी सामान की खरीदी बंद करने के लिए मुंबई प्रिंसिपल एसोसिएशन भी आगे आ गया है. एसोसिएशन ने अपने 1500 सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी स्कूलों को कहा है कि वे बच्चों से कहे कि वो चीन का सामान ना तो खुद खरीदे और ना ही घर वालों की खरीदने दें.
जिसके बाद कुछ स्कूलों में बकायदा बोर्ड पर लिख कर छात्रों को ये समझाइस जी दा रही है कि वे चीनी सामान की खरीदारी बंद कर दे. स्कूल के बोर्ड पर लिख कर छात्रों को समझाया जा रहा है कि चीनी सामान खरीदना हमारे लिए कितना खतरनाक है.
छात्रों को बताया जा रहा है कि चीन पाकिस्तान का मदद करता है और फिर पाकिस्तान भारत पर आतंकी हमला करता है. स्कूल के टीचरों ने छात्रों से कहा कि अगर हमे पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाना है तो सबसे पहले चीन को नुकसान पहुंचाना होगा. जिसके बाद वो पाकिस्तान को सपोर्ट करना बंद कर दें.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से चीनी सामान के खरीदने को लेकर विरोध चल रहा है. कुछ राज्यों में अलग-अलग जगहों पर लोग चीन में बने सामान खरीदने से मना कर रहे हैं. यह विरोध कोई नई बात नहीं है पिछले साल दिवाली पर भी कुछ संगठनों ने चीनी सामना खरीदने का विरोध किया था. लोगों का मानना है कि चीन को जवाब देने के लिए उसके सामान को ना खरीदना सबसे ज्यादा असरदायक होगा.