मुंबई: भायखला जेल में महिला कैदी की हुई मौत का मामला आयदिन उलझता जा रहा है. दरअसल अब इस मामले में जेल डीआईजी स्वाति साठे जिन पर जेल के अंदर मारपीट की जाँच का जिम्मा था वो गिरफ्तार जेल कर्मियो के पक्ष में वाट्सअप ग्रुप में समर्थन जुटाती पायी गई.
खबर के अनुसार डीआईजी स्वाति साठे ने वाट्सएप्प ग्रुप में किये गए मैसेजेस में गिरफ़्तार जेल कर्मियो को अपनी बहन बताया है. साथ ही उनके बेल के लिए पैसे इकट्ठा करने की अपील भी की है.
इतना ही नहीं स्वाति साठे ने इन मैसेजों में मीडिया को भी जम कर कोसा है. साठे ने आरोपियो के पक्ष में पहला मैसेज 2 जुलाई को तब किया जब गिरफ्तार सभी आरोपियो को पुलिस रिमांड में भेज दिया गया था.
साठे ने लिखा था कि हमारे सभी 6 बहने आज गिरफ्तार हुई और उन्हें 7 जुलाई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. उम्मीद करती हुई कि अब मीडिया को चैन आयेगा. बहुत दुखी महसूस कर रही हूं .
इसके ठीक एक मिनट बाद साठे ने दूसरा मैसेज लिखा – धमने सर ( डीआईजी जेल राजेन्द्र धमने) और देसाई सर (डीआईजी जेल योगेश देसाई ) हम सभी अफसरों और जेल स्टाफ को अपनी बहनों का समर्थन करना चाहिए. मदद कीजिये
इस मैसेज के बाद साठे ने किसी के रिप्लाई ना करने पर नाराज़गी जताते हुए एक और मैसेज किया जिसमें उन्होंने लिखा कितने लोगों ने ये मैसेज पढ़ा लेकिन कोई जवाब क्यों नही दे रहा है, कम से कम हाँ तो बोलो कोई.
बता दें कि 23 जून को भायखला महिला जेल में कैदी मंजुला शेट्ये की मौत हो गयी थी. जिसके बाद कैदियो ने मंजुला की मौत की वजह जेल में हुई उसकी पिटाई को बताते हुए हंगामा किया था. इस हंगामे के बाद डीआईजी स्वाति साठे को जैलकर्मियो पर लगे आरोपो की इंटरनल जांच का जिम्मा सौंपा गया था. हालांकि जैसे ही ये मैसेज सावर्जनिक हुआ स्वाति साठे ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख कर खुद को जाँच से अलग करने की गुजारिश की है.