पटना: लालू यादव और विवादों का जैसे चोली-दामन का साथ रहा है. लालू यादव पक्ष मे रहें या विपक्ष में, लेकिन उन्हें सुर्खियों में रहना खूब आता है. अपनी हाजिर जवाबी के लिए मशहूर लालू प्रसाद यादव पर जमीन घोटाला, चारा घोटाला, मिट्टी घोटाला समेत कई आरोप लग चुके हैं. पिछले दिनों बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव और उनके बेटे पर शॉपिंग मॉल के निर्माण में 90 लाख रूपये के मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया था.
बहरहाल लालू यादव के अबतक के राजनीतिक जीवन में उनसे जुड़े विवाद और उनपर लगे गंभीर आरोपों को सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं.
चारा घोटाला
साल 1996 में चारा घोटाला उस वक्त उजागर हुआ जब लालू यादव खुद बिहार के मुख्यमंत्री थे. जांच में पता चला कि पशुओं को खिलाए जाने वाले चारे के नाम पर बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया गया. करीब 900 करोड़ रूपये के इस चारा घोटाले के चलते साल1997 में लालू यादव को मुख्यमंत्री पद से भी इस्तीफा देकर जेल जाना पड़ा. इस दौरान लोकसभा से भी उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया. चारा घोटाले की सुनवाई अब भी चल रही है.
शाहबुद्दीन-लालू ऑडियो टेप
बिहार के बाहुबली नेता मोहम्मद शाहबुद्दीन और लालू प्रसाद यादव के बीच बातचीत का एक ऑडियो टेप पिछले दिनों खूब वायरल हुआ था. टेप में कथित तौर पर लालू प्रसाद यादव शाहबुद्दीन से बात करते सुनाई पड़ रहे हैं. शाहबुद्दीन फिहलाल तिहाड़ जेल में है.
मिट्टी घोटाला
बिहार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने पिछले महीने लालू यादव और उनके परिवार पर मिट्टी घोटाला करने का आरोप लगाया था. सुशील मोदी के मुताबिक लालू यादव के शॉपिंग मॉल के निर्माण से निकली मिट्टी को संजय गांधी जैविक उद्यान को बगैर टेंडर के बेच दिया. सुशील मोदी के मुताबिक इस मिट्टी को 90 लाख रूपये में बेचा गया.
बेनामी संपत्ति मामला
आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति के मामले में पिछले दिनों लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार से लंबी पूछताछ की थी. सीबीआई ने उनकी बिहार और दिल्ली समेत कई संपत्तियों को जब्त भी कर लिया था.
दो एकड़ जमीन के लिए निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप
लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर शुक्रवार को सीबीआई की छापेमारी हुई. उनपर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया. सीबीआई के मुताबिक दो एकड़ जमीन के लिए होटल की लीज की शर्तों पर ढील दी गई थी. सीबीआई ने बताया कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव, राबडी़ देवी, तेजस्वी यादव, यादव विश्वासपात्र प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सुजाता, आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पी के गोयल और निजी कंपनियों के डायरेक्टर को मिलाकर कुल आठ लोगों के खिलाफ 420, 120B, 13-1B के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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