उकलाना: जहां एक ओर देश भर में पीएम मोदी का स्वच्छता अभियान जोरो-शोरों से चालू हैं. वहीं दूसरी ओर हरियाणा सरकार की खुले में शौच मुक्त करने की योजना विफल होती दिख रही है.
सरकार की तरफ से इसे लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर जो सच्चाई निकल कर सामने आ रही है उससे साफ पता लगता है कि प्रदेश कर्मचारी और अधिकारी इस योजना को विफल करने से नहीं चूंक रहे हैं.
दरअसल, अधिकारियों ने आदेश दिए थे कि उकलाना को शौच मुक्त घोषित करने के लिए मोबाइल शौचालय दिल्ली से मंगवाकर लगाए जाएं और अब तक नगर पालिका के पास इन दो बेकार खड़े मोबाइल शौचालयों का बिल करीब 2 लाख पहुंच चुका है.
इन मोबाइल शौचालयों के प्रतिदिन का बिल 4,500 रुपए है. खास बात यह है कि एन शौचालयों में सफाई और पानी न होने की वजह से एक दिन भी उपयोग नहीं किया गया है.