श्रीनगर: विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून फेमा के उल्लंघन के आरोप में प्रवर्नन निदेशालय ने हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. हुर्रियत नेताओं के खिलाफ आतंकी फंडिंग के मामले में एनआईए पहले से ही जांच में जुटी हुई है.
दरअसल साल 200 में आयकर विभाग के छापे के दौरान सैयद अली शाह गिलानी के घर पर 10 हजार डॉलर की विदेशी मुद्रा बरामद की गई थी. आयकर विभाग और ईडी के 2003 से ही बार-बार नोटिस के बावजूद गिलानी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे. इस साल ईडी ने मार्च में ही इस मामले में गिलानी को पूछताछ के लिए समन भेजा.
अब गिलानी को 30 दिन के भीतर फेमा के एडजुकेटिंग अधिकारी के सामने कारण बताओ नोटिस का जवाब देना होगा. अगर गिलानी ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर पेनाल्टि लगाई जा सकती है. पाकिस्तानी फंडिंग के सहारे भारत के खिलाफ आवाज उठाने वाले हुर्रियत नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है. हुर्रियत नेताओं के खिलाफ आंतकी फंडिंग के ताजा मामले की एनआइए की जांच शुरू होने के बाद ईडी ने नोटिस जारी की है.