रांची: जन प्रतिनिधियों की योग्यता को लेकर अक्सर उठने वाले सवाल पर विराम लगाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयारी में लगी हुई है. राज्य सरकार की प्लानिंग के अनुसार अब सूबे के मंत्रियों के पास देश के सबसे प्रतिष्ठित मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट आईआईएम अहमदाबाद का सर्टिफिकेट होगा. झारखंड के 9 मंत्री इन दिनों अहमदाबाद के आईआईएम में ट्रेनिंग ले रहे हैं. तीन दिनों तक चलने वाले इस ट्रेनिंग में मंत्रियों को झारखंड से संबंधित कई विषयों पर क्लास ली जा रही है.
तीन दिनों के इस प्रोग्राम में मंत्रियों को ई-गवर्नेंस से जुड़े हर पहलु को समझाया जा रहा है. साथ ही उनकी कैपेसिटी बिल्डिंग पर भी फोकस किया गया है. कार्यक्रम में आईआईएम अहमदबाद के अनुभवी फैकल्टी उन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं. माना जा रहा है की प्रदेश में वर्क कल्चर को लेकर भी कई सवाल उठने लगे थे, इसी को ठीक से हैंडल करने के मकसद से यह प्रोग्राम बनाया गया है. राज्य के 11 में से 9 मंत्री जिनमें सरयू राय, सीपी सिंह, चंद्रप्रकाश चौधरी, नीरा यादव, राज पलिवार, लुइस मरांडी, अमर कुमार बाउरी, चंद्र प्रकाश चौधरी आदि शामिल हैं.
मंत्री सरयू राय के मुताबिक राज्य सरकार के एक विशेष अभिविन्यास कार्यक्रम (ओरिएन्टेशन प्रोगाम) के तहत इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. इसमें विकास और सुशासन से जुडे पहलुओं को भी शामिल किया गया है. IIM-A के नाम से मशहूर भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद दुनिया के शीर्ष प्रबंधन संस्थानों में शुमार है.
यहां के विभिन्न पाठ्यक्रमों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में जाने-माने उद्योगपतियों से लेकर कई देशों के प्रमुख और राष्ट्रपति तक शिरकत कर चुके हैं. समझा जाता है कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में वर्ल्ड बैंक की ओर से ऊंची रैंकिंग से उत्साहित खनिज बहुल राज्य झारखंड की रघुवर दास सरकार अपने मंत्रियों की कार्यक्षमता को और बढाने के लिए अब IIM अहमदाबाद में प्रशिक्षण का सहारा ले रही है.