महाराष्ट्र के 20 हजार युवाओं को ट्रेनिंग देगी ओला कंपनी, राज्य सरकार भी करेगी सहायता

महाराष्ट्र राज्य में युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने और लघु उद्यमी बनाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की अगुवाई में राज्य सरकार ने बड़ी पहल की है. सरकार की सहमति मिलने के बाद यात्री वाहन के क्षेत्र की जानी मानी कंपनी ओला ने महाराष्ट्र राज्य के 20 हजार युवाओं को अगले 5 वर्षों में यात्री वाहन व्यवसाय में प्रशिक्षण देने की तैयारी कर ली है.

Advertisement
महाराष्ट्र के 20 हजार युवाओं को ट्रेनिंग देगी ओला कंपनी, राज्य सरकार भी करेगी सहायता

Admin

  • June 24, 2017 3:16 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
मुंबई : महाराष्ट्र राज्य में युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने और लघु उद्यमी बनाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की अगुवाई में राज्य सरकार ने बड़ी पहल की है. सरकार की सहमति मिलने के बाद यात्री वाहन के क्षेत्र की जानी मानी कंपनी ओला ने महाराष्ट्र राज्य के 20 हजार युवाओं को अगले 5 वर्षों में यात्री वाहन व्यवसाय में प्रशिक्षण देने की तैयारी कर ली है.
 
इस माध्यम से युवाओं को लघु उद्यमी (माइक्रो एंटरप्रेन्योर्स) बनाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी अपनी सहमति दे दी है. इस योजना के लिए जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, राज्य सरकार करेगी. साथ ही तीन महीने में इससे संबंधित काम की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है.
 
राज्य के युवाओं जो कुशल बनाकर उनके लिए रोजगार उपलब्ध कराने का संकल्प राज्य सरकार ने लिया है. प्रमोद महाजन कौशल्य एवं उद्योग विकास अभियान के अंतर्गत (PMKUVA) अलग-अलग क्षेत्रों के युवकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें उद्योग-व्यवसाय के माध्यम से स्वरोजगार दिया जा रहा है. 
 
महाराष्ट्र राज्य कौशल्य विकास संस्था के माध्यम से विविध योजनाओं में समन्वय और कार्यान्वयन किया जा रहा है. ओला कैब्स कंपनी मुख्यतः टैक्सी या कैब के माध्यम से यात्रियों को प्रवास की सुविधा देती है.
 
बहुत अल्प अवधि में कंपनी ने देश में लगभग 6 लाख युवाओं को रोजगार दिया और 4 करोड़ प्रवासियों की क्षमता के वाहन उपलब्ध कराने का लक्ष्य प्राप्त किया है. देश के 200 से अधिक शहरों में सेवा देने के साथ ही ओला ने अब शहर के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी अपनी सेवा विस्तार का प्रयत्न शुरू कर दिया है. इसी के तहत कंपनी ने पिछले कुछ महीनों में देश भर में 35 प्रशिक्षण केंद्रों के साथ भागीदारी की है और आनेवाले पांच वर्षों में लगभग 50 लाख युवकों को प्रशिक्षण देने की कंपनी की योजना है.
 
उचित प्रशिक्षण और कौशल सिखाकर युवकों को रोजगार मुहैया कराया जा सकता है, इस बात की ओर ध्यान जाते ही कंपनी ने महाराष्ट्र सरकार के सामने कौशल्य विकास कार्यक्रम में सहभागी होने की इच्छा जाहिर की. रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने ओला के साथ इस संयुक्त योजना को मंजूरी दे दी है. 
 
अगले दो सालों में लगभग 10 हजार युवकों को प्रशिक्षित प्रवासी वाहन व्यवसायी बनाने का लक्ष्य निर्धारित करके सरकार ने संबंधित विभाग को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है.
 
 
इस योजना के संदर्भ में मुख्यमंत्री कार्यालय में एक अहम बैठक भी हुई मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ कौशल्य विकास विभाग, परिवहन विभाग, कौशल्य विकास संस्था और ग्रामीण सामाजिक परिवर्तन अभियान के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे. इस बैठक में योग्य उम्मीदवारों को पहचानना, उन्हें उचित प्रशिक्षण देकर उनमें कौशल का निर्माण करना, प्रशिक्षित युवकों को रोजगार के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करना और ओला कंपनी को आवश्यक सहयोग देना आदि विषयों पर रूपरेखा तैयार की गई.
 
युवक सिर्फ वाहन चालक न बनकर प्रवासी वाहन क्षेत्र के प्रशिक्षित व्यावसायी और लघु उद्यमी बनें, इस योजना में इस बात पर ज़ोर दिया जा रहा है. बैठक में राज्य के युवकों को शारीरिक रूप से सक्षम, तकनिकी दृष्टि से परिपूर्ण, सामाजिक एवं व्यावसायिक जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन करने वाले और आर्थिक दृष्टि से स्वावलंबी बनाने का लक्ष्य निश्चित किया गया. 
 
प्रवासी वाहन के क्षेत्र में युवाओं को पूरा अध्ययन कराया जाएगा साथ ही उन्हें वाहन चालक केंद्र में प्रैक्टिकल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. इसके अलावा तकनीकी ज्ञान, स्मार्ट तकनीक के उपयोग की जानकारी और व्यावसायिक ज़िम्मेदारी का निर्वाह का कौशल भी सिखाया जाएगा.
 

Tags

Advertisement