महासमुंद : छत्तीसगढ़ में सालाना 5 हजार करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी यहां की शिक्षा व्यवस्था बदहाल स्थिति में है. हालात ये हैं कि यहां के ज्यादातर बच्चे किताब के बिना ही पिछले तीन महीनों से स्कूल जा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में शिक्षा सत्र शुरू हुए तीन महीने बीत गए हैं लेकिन हजारों स्कूली बच्चों को अभी तक किताबें तक नसीब नहीं हुई हैं. जिले में कुल 23 हजार 123 छात्र-छात्राएं ऐसे हैं जिन्हें अब तक विभाग की ओर से किताबें नहीं दी गई हैं.
ऐसे में ये सभी छात्र-छात्राएं बिना किताब के ही स्कूल जाने को मजबूर हैं. बता दें कि जिले में 1826 सरकारी और 224 निजी स्कूल हैं. जिनमें कुल 2,27,282 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं, शिक्षा विभाग का वर्तमान सत्र शुरू होने से लेकर आज तक 2,04,159 बच्चों को ही किताबें मिली हैं.
जहां किताबें न होने की वजह से बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतें हो रही हैं तो वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी इस मुद्दे पर ऑल इज वेल जैसा जवाब दे रहे हैं.