चंडीगढ : 2007 में हुए समझौता ब्लास्ट मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है. इस मामले में आईपीएस भारती अरोड़ा पर गंभीर आरोप लगे हैं. भारती अरोड़ा पर दो आरोपी पाकिस्तानी नागरिकों को छोड़ने का आरोप है. बता दें कि आईपीएस भारती समझौता ब्लास्ट के समय जीआरपी में बतौर एसपी नियुक्त थीं.
इस मामले में हरियाणा के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि समझौता ब्लास्ट को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर षडयंत्र रचा था. साथ ही उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता.
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साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में हो रहे आतंकी हमलों को काउंटर करने के लिए गेम प्लान करके हिंदू आतंकवाद से जोडा़ गया. कांग्रेस ने राजनीतिक कारणों से इस मामले को हिंदू आतंकवाद से जोड़ा है.
वहीं विज के इस बयान पर काउंटर अटैक करने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय ने कहा कि उन्होंने सही फरमाया है. संघी आतंकवाद होता है. हिंदू आतंकवाद कभी नहीं होता.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए विज ने कहा कि दोनो आरोपी पाकिस्तानी नागरिकों को बिना नार्को और लाइव डिडेक्ट टेस्ट करवाए जाने दिया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी पाकिस्तानी नागरिकों को छोड़ने में तत्कालीन प्रदेश और केन्द्र सरकार का फैसला था.
विज ने इस मामले पर सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिलकर बातचीत करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों के सामने मनगंढत बात बनाकर हिंदू आतंकवाद से इसे जोड़ा जा रहा है.
बता दें कि विज ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने संघ से जुड़े लोगों और संस्थाओं को बदनाम करने के लिए षडयंत्र रचने का आरोप कांग्रेस पर लगाया है.