मुंबई : जेट एयरवेज ने कोच्चि के एक नवजात बच्चे को अपनी फलाइट्स से आजीवन मुफ्त सफर करने का पास दिया है क्योंकि ये बच्चा इस कंपनी की किसी भी जहाज में उड़ान के दौरान पैदा होने वाला पहला बच्चा है.
दरअसल, दमन से कोच्ची आ रही जेट एयरवेज की 9 W 569 में फ्लाइट में बीच रास्ते में ही एक बच्चे का जन्म हुआ. 35 हजार फीट की ऊंचाई पर फ्लाइट में अचानक जब गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा का एहसास हुआ तो तब क्रू मेंमर्स ने इंमरजेंसी की घोषणा की और कोच्ची जा रही प्लेन को मोड़ कर मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया.
जब महिला के बारे में क्रू मेंम्बर्स को पता चला तो उन्होंने विमान में किसी डॉक्टर्स के होने का पता लगाया. मगर विमान में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. हालांकि, एक मिस विल्सन नामक एक प्रशिक्षित सहायक चिकित्सक जरूर मौजूद थी जो केरल वापस आ रही थी. उनकी मदद से क्रू विमान की इमरजेंसी डिलिवरी कराई गई.
करीब 35 हजार फीट की ऊंचाई पर बच्चे का जन्म हुआ. हालांकि, मुंबई में फ्लाइट की लैंडिग कराने के बाद मां और बच्चे दोनों को होली स्प्रिट अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, जेट एयरवेज ने महिला के परिवार वालों को सूचना दे दी थी.
जेट एयरवेज ने क्रू मेंबर्स की त्वरित प्रतिक्रिया और तत्परता के लिए उनकी सराहना की है. साथ ही उन्होंने सफलतापूर्वक डिलीवरी कराने के लिए मिस विल्सन का आभार व्यक्त किया है.
गौरतलब है कि एयरलाइन के चालक दल में मोहम्मद ताज हयात, दबोरा तवरस, इशा जयकार, सुष्मिता डेविड, कैथरीन लेपचा और तेजस चव्हाण शामिल थे, जिन्होंने एक प्रशिक्षित सहायक चिकित्सक की मदद से बच्चे का सफल डिलीवरी करवाया.
बता दें कि जेट एयरवेज ने बच्चे को लाइफटाइम पास दिया है, जिसके तहत बच्चा जिंदगी भर जेट एयरवेज के विाम ने फ्री में यात्रा कर सकेगा. बता दें कि बड़ी इंटरनेशनल फ्लाइट्स अक्सर फ्लाइट के दौरान प्लेन में पैदा हुए बच्चों को लाइफटाइम फ्री पास देते हैं.