जैसलमेर : पाकिस्तान अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए आए दिन भारत के खिलाफ नए-नए षडयंत्र रचता रहता है, बॉडर और मिलिट्री इंटेलीजेंस की टीम के हाथ हाल ही में एक बड़ी सफलता उस वक्त लगी जब उन्होंने दो पाक जासूसों को गिरफ्तार किया.
नबिया खान और रमजान खान को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद दोनों को जोधपुर ले जाया गया है. खुफिया एजेंसियों ने जब इन दोनों से पूछताछ की तो उन्होंने कई बड़े खुलासे किए. सेना को इनके पास से सात मोबाइल बरमाद हुए हैं जिन्हें इन जासूसों ने जमीन में दबा कर रखा था. बरामद किए गए मोबाइल में पाकिस्तान की सिम लगी है.
पूछताछ में दोनों जासूसों ने इस बात को कबूल किया है कि वह पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के मेजर के संपर्क में थे. स्नाथीय पुलिस और बीएसएप इंटेलीजेंस की टीम ने नाबिया के घर के पीछे जमीन में गाढ़ कर रखी गई 7 पाकिस्तानी सिम, दो नक्शे और एक डायरी भी जब्त कर ली है.
मोबाइल फोन इतने नीचे दबाकर रखे गए थे कि सात घंटे तक खुदाई करने के बाद मोबाइल को बाहर निकाला गया, चार मोबाइल को नाबिया की निशानदेही और तीन मोबाइलों को रमजान की निशानदेही के बाद बरमाद किए गए हैं. इन्हीं मोबाइल की मदद से वह दोनों बॉर्डर के पास जाकर पाकिस्तान फोन कर सैनिय क्षेत्र की जानकारी आईएसआई को देते थे. बता दें कि अब भी दोनों पाक जासूसों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
जानकारी मुहैया कराने के लिए जासूसों को आईएसआई इन्हें दस हजार से लेकर दो लाख रुपए तक देती है. भारत में रहने वाले आईएसआई के खुफिया एजेंट ही इन जासूसों को पैसे का भुगतान करते हैं.