नई दिल्ली: आज हम बात करेंगे दिल्ली पुलिस के डॉग स्क्वाड के बारे में, जिसकी पूरी कहानी सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. बता दें कि डॉग स्क्वाड में ‘स्निफर डॉग्स’ शामिल हैं जिन्हें ट्रेसिंग, एक्सप्लोसिव और नारकोटिक्स की पहचान करने में महारत हासिल है, इन्हें बकायदा इन सब की ट्रेनिंग दी जाती है.
दरअसल दिल्ली पुलिस के पास अब 10 डॉग स्क्वाड हैं, जिनका इस्तेमाल ज़रूरत पड़ने पर किया जाता है. इन डॉग्स की खास बात ये है कि ये सिर्फ अपने ट्रेनर का आर्डर मानते हैं, अगर कोई और इन्हें कमांड देता है तो ये रिस्पॉन्ड नहीं करते. इन डॉग्स के लिए कनाल भी बनाये जाते हैं, जहां ये आराम करते हैं साथ ही इनके लिए एक स्पेशल कुक भी अपॉइंट किया जाता है, जो इनके लिए खाने की व्यवस्था करता है.
इतना ही नहीं इनको खाना बिल्कुल डाइट के हिसाब से दिया जाता है, ताकि इनका हाज़मा दुरुस्त रहे.सुबह के वक़्त इन्हें 10 से 10-30 के बीच खाना दिया जाता है जिसमे इन्हें 1किलो फुल क्रीम दूध, आटे की रोटी, दलिया और सर्दियों में 2 अंडे दिए जाते हैं, ओर शाम के वक़्त करीब आधा किलो मटन, सोयाबीन और हरी सब्जियां दी जाती हैं. पुष्प विहार में नए बने क्राइम ब्रांच के आफिस में ये डॉग स्क्वाड बनाया गया है जिसमे फिलहाल 35 स्निफर डॉग्स को रखा गया है, जिनका इस्तेमाल ज़रूरत पड़ने पर किया जाएगा.
इन स्निफर डॉग्स को ट्रेसिंग, एक्सप्लोसिव और नारकोटिक्स की पहचान करने में महारत हासिल है. इन स्निफर डॉग्स की देखरेख पर विशेष ध्यान दिया जाता है. बैलेंस डाइट से लेकर तमाम सुविधाएं उन्हें दी जाती हैं. दरअसल इन्हें खाने में मांस, दूध, रोटी, दलिया, हरी सब्जियां, अंडे, सोयाबीन आदि दिया जाता है. इनमें ज्यादातर लेब्राडोर नस्ल के कुत्ते हैं.
बता दें कि दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने मंगलवार को राजधानी के सबसे बड़े डॉग केनल का उद्घाटन किया. दिल्ली पुलिस के 35 जांबाज स्निफर डॉग्स इस केनल में रहेंगे. बिल्डिंग के हर कमरे में सिर्फ एक ही कुत्ते के रहने की व्यवस्था की गई है. दिल्ली के पुष्प विहार स्थित यह बिल्डिंग 9 करोड़ रुपये की लागत से बनी है. यहां क्राइम ब्रांच का भी दफ्तर है. दिल्ली में यह 10वां डॉग केनल है.