अमृतसर: बुधवार से शुरू होने जा रहे पंजाब विधानसभा सत्र से पहले अकाली दल की कोर कमेटी की मीटिंग में फैसला लिया गया है कि सत्र के दौरान केपीएस गिल को श्रद्धांजलि ना दी जाए. अकाली दल ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी चिट्ठी लिखकर मांग की है कि केपीएस गिल को सदन के भीतर श्रद्धांजलि ना दी जाए.
अकाली दल के मुताबिक के पीएस गिल ने आंतकवाद विरोधी मुहीम के दौरान कई बेगुनाह सिखों को आतंकवादी बताकर मार दिया. यही वजह है कि अकाली दल नहीं चाहता कि केपीएस गिल को सदन के भीतर श्रद्धांजलि दी जाए.
गौरतलब है कि पंजाब में सुपर कॉप के नाम से जाने जाने वाले केपीएस गिल के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने पंजाब में खालिस्तानी आतंकवादियों की कमर तोड़ दी. गिल की सबसे बड़ी उपलब्धि मई 1988 में उनके नेतृत्व में हुए ‘ऑपरेशन ब्लैक थंडर’ को माना जाता है.