लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों एवं इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर देश के 12 लाख बिजली कामगार और इंजीनियर संसद के मानसून सत्र के दौरान एक दिन की हड़ताल करने जा रहे हैं.
इसके लिए ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय बिजली मंत्री, केंद्रीय श्रम मंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को नोटिस भेजा गया है. फेडरेशन के शैलेंद्र दुबे ने बताया कि ये संशोधन बिजली आपूर्ति के निजीकरण के लिए किया जा रहा है, जिसमें निजी घरानों के मुनाफे का खास ध्यान रखा गया है. टैरिफ में भारी वृद्धि कर यह आम जनता पर का बोझ डालने की तैयारी है.
इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2014 में क्या है?
IANS
साउथ इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर धनुष और ऐश्वर्या रजनीकांत ने शादी आधिकारिक रूप से रिश्ता…
साउथ के सुपरस्टार नागार्जुन ने अपने छोटे बेटे और अखिल अक्किनेनी की सगाई की अनाउंसमेंट…
रूस-यूक्रेन वॉर में नया मोड़ आ गया है. यूक्रन ने अमेरिकी खतरनाक मिसाइल ATACMS का…
बढ़ती उम्र के साथ खुद को मानसिक रूप से फिट रखना जरूरी है, नहीं तो…
पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट कराए जाने पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं.…
मुंबई से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने है. गोरखपुर की पहली महिला पायलट…