पंजाब : कर्ज के बोझ से परेशान दो किसानों ने मौत को लगाया गले

देश के अनदाता कि आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बत्तर होती जा रही है, पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में दो किसानों ने कर्ज के बोझ तले दबे होने के कारण अपनी जान दे दी.

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पंजाब : कर्ज के बोझ से परेशान दो किसानों ने मौत को लगाया गले

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  • June 9, 2017 6:57 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
फतेहगढ़ साहिब : देश के अनदाता कि आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बत्तर होती जा रही है, पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में दो किसानों ने कर्ज के बोझ तले दबे होने के कारण अपनी जान दे दी.
 
मृतक किसानों की पहचान 42 वर्षीय लखवीर सिंह और 55 वर्षीय जसपाल सिंह के रूप में हुई है. बता दें कि दोनों ही किसान पंजाब के दो अलग-अलग गांवों से हैं. बुधवार देर रात लखवीर सिंह ने खेत में लगी मोटर के पास एक पेड़ से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी,2 जून की दोपहर जसपाल सिंह ने सरहिंद नहर नें कूदकर आत्महत्या कर ली. दोनों ही मामलों को गंभीरता से लेते हुए पंजाब पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई की है.   
 
कितने का था कर्ज 
 
लखवीर सिंह के भाई ने बताया कि मेरे भाई के पास डेढ़ किल्ला जमीन थी, उन्होंने पिता जीत सिंह के नाम पर एक बैंक से लोन लिया था. एक साल पूर्व जब जीत सिंह की मृत्यु हुई तो किश्त रुक गई जो ब्याज बढ़ने से 6 लाख रुपए से भी ऊपर हो गई थी. ऋण की राशि बढ़ने के कारण मृतक किसान लखवीर सिंह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था.
 
बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे लखवीर सिंह घर से बाहर चला गया। वह सारी रात उसे ढूंढते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चला। सुबह होते ही खेत में रखे मजदूर ने उन्हें बताया कि लखवीर सिंह का शव पेड़ से लटक रहा है। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मृतक लखवीर सिंह की बड़ी बेटी बाहरवीं और बेटा ग्यारहवीं में पढ़ रहा है। परिवार ने सरकार से कर्ज को माफ करने की गुहार लगाई है।
 
मृतक किसान जसपाल सिंह के बेटे ने जोगिंदर सिंह ने बताया कि मेरे पिता के पास चार किल्ला जमीन है, उन्होंने एसबीआई बैंक से 5.50 लाख, सहकारी बैंक से 4 लाख, आड़ती से 6 लाख और गांव में रहने वाले अपनी पहचान के लोगों से करीब 2 लाख रुपए का कर्ज लिया हुआ था.
 
खेती से फायदा न होने के बाद से वह परेशान रहने लगे थे, दो जून की दोपहर वह घर से गेंहू पिसवाने के लिए निकले लेकिन वह वापस घर नहीं लौटे. गुरुवार को उनका शव नहर किनारे पड़ा मिला. गौरतलब है कि परिवार ने सरकार से घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और कर्ज माफ करने की गुजारिश की है.
 

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