मुंबई : गर्मी हो या बरसात मुम्बई वालों की सुरक्षा के लिए मुंबई पुलिस के जवान चौबीसों घंटे सड़कों पर तैनात होते हैं. ड्यूटी की इस धुन में अक्सर जवान जल्दी-जल्दी में ऐसे खाने का सेवन करते हैं, जिससे उनकी सेहद पर बुरा असर पड़ता है. यही वजह है कि पुलिस वालों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप और दूसरी गंभीर बिमारियों की शिकायतें बढ़ गयी हैं.
यही वजह है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर डी डी पडसलगीकर ने बंदोबस्त में मौजूद जवानों के लिए साफ़-सुथरा और हेल्दी खाने मुहैया कराने के लिए नयी तरकीब ढूंढ निकाली है.
मुंबई पुलिस ने बंदोबस्त में मौजूद जवानों के लिए मोबाइल कैंटीन का इंतजाम किया है. मुंबई पुलिस के वैसे 6 साल पुराने पेट्रोलिंग वैन, जिनका इस्तेमाल अब पेट्रोलिंग के लिए नहीं होता है, उनमें मोबाइल कैंटीन का निर्माण किया गया है.
बता दें कि इन मोबाइल कैंटीनों में एक साथ 8 लोगों के बैठकर खाने की व्यवस्था है. मोबाइल कैंटीन के इस वैन में गैस चूल्हा, गैस सिलिंडर, बेसिन और पानी की टंकी लगायी गयी है.
गौरतलब है कि अब जहा भी बंदोबस्त में मुंबई पुलिस के जवान तैनात होंगे, वंहा इस कैंटीन को ले जाकर लगा दिया जाएगा, ताकि शहर की सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों की सेहत भी सुरक्षित रहे.