मधुबनी : नैंसी हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, झूठी शान की खातिर चाचा ने की हत्या

पिछले कई दिनों से चर्चा में रहे बिहार के मधुबनी जिले में हुए नैंसी हत्याकांड में अब एक नया चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है. नैंसी हत्याकांड मामले में काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. खबर के मुताबिक, मासूम नैंसी की हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि खुद उसके चाचा ही हैं.

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मधुबनी : नैंसी हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, झूठी शान की खातिर चाचा ने की हत्या

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  • June 7, 2017 1:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
पटना : पिछले कई दिनों से चर्चा में रहे बिहार के मधुबनी जिले में हुए नैंसी हत्याकांड में अब एक नया चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है. नैंसी हत्याकांड मामले में काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. खबर के मुताबिक, मासूम नैंसी की हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि खुद उसके चाचा ही हैं. 
 
दरअसल, पुलिस ने पूछताछ के लिए नैंसी के चाचा राघवेंद्र और पंकज को हिरासत में लिया था. जहां पुलिस की पूछताछ में नैंसी के चाचा ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है. लेकिन हत्या की जिन वजहों को उसने बताया है, वो काफी हैरान करने वाला है. 
 
खुद एसपी दीपक वर्णमाल ने इस बात की जानकारी दी है कि सख्ती से पूछताछ के बाद नैंसी के दोनों चाचा ने हत्या के जुर्म को कुबूल लिया है. इतना ही नहीं हत्या करने की वजह पर से भी पर्दा हटा दिया है. 
 
दोनों चाचा ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नैंसी के बुआ का किसी के साथ प्रेम संबंध था. बावजूद इसके बुआ का रिश्ता कहीं और तय कर दिया गया था. हालांकि, बुआ के अवैध प्रेम संबंध की भनक नैंसी को हो गई थी. नैंसी कहीं इस बात का भंडाफोर न कर दे इस डर की वजह से इन दोनों चाचा ने 25 मई को नैंसी को अगवा कर लिया. 
 
हैरान करने वाली बात ये थी कि नैंसी के बुआ की शादी 26 मई को होनी थी. इसलिए शादी में किसी तरह का खलल न पैदा हो जाए और बुआ का राज सबके सामने न आ जाए, इसी वजह से नैंसी के दोनों चाचा ने मिलकर उसकी बेरहमी से गला दबा हत्या कर दी. इन दोनों हत्यारे चाचा ने नैंसी को मौत के घाट उतारने के बाद अगले दिन अपनी बहन की शादी भी संपन्न कराई. शादी संपन्न हो जाने के बाद 27 मई को हत्यारे चाचा ने नैंसी का शव बाहर फेंक दिया.
 
बता दें कि इससे नैंसी हत्याकांड मामले में 5 जून को उसके चाचा राघवेंद्र समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. हालांकि, पूछताछ के बाद चार लोगों को छोड़ दिया गया. वहीं, राघवेंद्र झा एवं पंकज कुमार अब भी पुलिस की हिरासत में हैं. बता दें कि इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए SIT का गठन किया गया था. 

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