आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) में पढ़ने का सपना सच कराने वाली संस्था 'सुपर 30' और उसके संस्थापक गणितज्ञ आनंद कुमार के जीवन पर आधारित एक पुस्तक जल्द ही प्रकाशित होगी. इसके लिए आनंद ने दिल्ली में प्रकाशक पेंगुइन रैंडम हाउस के साथ करार किया है. इसे कनाडा के लेखक डॉ़ बीजू मैथ्यू ने लिखा है और संपादन राबर्ट प्रिंस ने किया है. पैसे के अभाव में आनंद कुमार अपने छात्र जीवन में भले ही कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं ले पाए हों, लेकिन इस घटना ने निर्धन बच्चों के सपनों को पूरा किया है.
पटना. आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) में पढ़ने का सपना सच कराने वाली संस्था ‘सुपर 30’ और उसके संस्थापक गणितज्ञ आनंद कुमार के जीवन पर आधारित एक पुस्तक जल्द ही प्रकाशित होगी. इसके लिए आनंद ने दिल्ली में प्रकाशक पेंगुइन रैंडम हाउस के साथ करार किया है. इसे कनाडा के लेखक डॉ़ बीजू मैथ्यू ने लिखा है और संपादन राबर्ट प्रिंस ने किया है. पैसे के अभाव में आनंद कुमार अपने छात्र जीवन में भले ही कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं ले पाए हों, लेकिन इस घटना ने निर्धन बच्चों के सपनों को पूरा किया है.
वर्ष 2001 में स्थापित हुए सुपर 30 से पढ़ाई कर अब तक 360 छात्र आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं. सुपर 30 में आवासीय सुविधा के साथ-साथ निर्धन बच्चों को आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाती है. मैथ्यू ने पटना के वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार और इस संस्थान से पास होकर आईआईटी में पढ़ रहे कई निर्धन बच्चों के घर किताब को पूरा किया है.
IANS