पटना: बिहार के ऑर्ट्स टॉपर गणेश कुमार के काले कारनामे परत दर परत खुलने लगे हैं. गणेस को लेकर हुए नए खुलासे में पता चला कि उसकी उम्र 24 साल नहीं बल्कि 42 साल है. वो दो बच्चों का बाप है. लाइव सिटिज की खबर के अनुसार गणेस गिरिडीह में कई वर्षों तक चिटफंड कपनी का स्टाफ रह चुका है. और तो और 1990 में वही वह मैट्रिक की परीक्षा पास कर चुका था.
मतलब गणेश पूरी साजिश के तहर परीक्षा में बैठा था. इसके पीछे सरकारी नौकरी की लालच भी हो सकती है. जालसाजी कर उम्र कम करने के लिए उसने फिर से बिहार बोर्ड परीक्षा का फार्म भरा. स्कूल की मिलीभगत के सहारे वो बोर्ड का एग्जाम भी दिया, पास भी हो गया लेकिन किस्मत खराब थी कि वो टॉप कर गया.
लाइव सिटिज की रिपोर्ट के अनुसार गणेश गिरिडीह में कई सालों तक किसी चिटफंड कंपनी का स्टाफ रह चुका है. रिकॉर्ड के अनुसार गणेश की अभी उम्र 24 साल है. 2 जून 1993 की जन्मतिथि दर्ज थी. लेकिन उसकी तस्वीर कह रही थी कि गणेश 24 साल से ज्यादा उम्र का है. बता दें कि नीतीश सरकार ने गणेश का रिजल्ट सस्पेंड कर उम्र का गलत दस्तावेज के आरोप में जेल भेज दिया है.
ये भी बड़ा सवाल
गणेश की जालसाजी धीरे-धीरे दुनिया के सामने आती गई. सबसे बड़ा सवाल कि वो झारखंड के गिरिडीह से समस्तीपुर के स्कूल में पढ़ने क्यों आया? रामनंदन सिंह जगदीश नारायण इंटर स्कूल समस्तीपुर के ताजपुर के चकहबीब गांव में है. जिसकी दूरी समस्तीपुर से 22 किलोमीटर दूर है.