नई दिल्ली: नगर निगम चुनाव में हार का सामना करने के बाद सीएम केजरीवाल ने एक बार फिर से अपने घर पर जनता का दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी. केजरीवाल के साथ-साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी अपने कैंप ऑफिस में लोगों से मिले. बता दें कि इससे पहले साल 2014 में जनता का दरबार लगाया था.
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में बिना अपॉइंटमेंट लोगों से मिलने का ऐलान किया था. केजरीवाल ने निर्देश दिए थे कि 1 जून से सभी मंत्री और विधायक अधिकारियों के साथ बिना किसी पूर्व अपॉइंटमेंट के लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्या सुने.
जिसके बाद आज से केजरीवाल के तमाम मंत्रियों और खुद मुख्यमंत्री ने बिना अपॉइंटमेंट जनसंवाद शुरू किया. केजरीवाल ने नगर निगम में हार से सबक लेते हुए जनता से जुड़ने का फैसला किया है. इसके लिए बकायद विज्ञापन भी जारी किया गया था.
भीड़ ने बढ़ाई परेशानी
सीएम केजरीवाल के घर सुबर से ही भीड़ जुटने लगी थी. सुबह10 बजे तक को लोगों का तांता लग गया. भीड़ को काबू करने में परेशानी का समाना करना पड़ा. इधर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी अपने सरकारी घर यानि कैंप ऑफिस में जनता से मिले. सुनवाई के दौरान सबसे अधिक व्यापारी उनसे मिलने आये. और जीएसटी को लेकर चिंता जाहिर की.
सीएम ऑफिस में पसरा रहा सन्नाटा
केजरीवाल के नए मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम दिल्ली जल बोर्ड ऑफिस, तो वहीं कैलाश गहलोत दिल्ली सचिवालय में लोगों से मिलते दिखायी दिये. उन लोगों को परेशानी उठानी पड़ी जो समस्या लेकर सीएम ऑफिस पहुंचे थे. वहीं सुचना का आभाव होने के कारण लोग दिल्ली सचिवालय पहुंच कर घंटों इंतेजार करने के बाद खाली हाथ लौटना पडा.