मानसून सत्र में रमन सरकार की बढ़ी मुश्किलें

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. पहले दिन विपक्षियों ने रमन सरकार के खिलाफ आवाज उठाई. विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव ने जहां बिजली दरों में वृद्धि का विरोध किया वहीं भूपेश बघेल ने नान घोटाले पर एसीबी की जांच पर सवाल खड़े करते हुए स्थगन प्रस्ताव दिया.

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मानसून सत्र में रमन सरकार की बढ़ी मुश्किलें

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  • July 20, 2015 11:55 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. पहले दिन विपक्षियों ने रमन सरकार के खिलाफ आवाज उठाई. विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव ने जहां बिजली दरों में वृद्धि का विरोध किया वहीं भूपेश बघेल ने नान घोटाले पर एसीबी की जांच पर सवाल खड़े करते हुए स्थगन प्रस्ताव दिया.

सदन में अमित जोगी समेत विपक्ष के कई सदस्यों ने आदिवासी बच्चों को बंधक बनाए जाने का मामला भी उठाया. 31 जुलाई तक चलने वाली इस सत्र मेंकांग्रेस विधायकों ने अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है. 10 दिन चलने वाले इस सत्र में 1700 से अधिक सवाल लगाए गए हैं. सत्र के दौरान 22 तारीख को पहला अनुपूरक बजट पेश हो सकता है, साथ ही पांच विधेयक भी पेश किए जा सकते हैं.

IANS

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