बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान 'मोरा' का असर देश के मानसून पर पड़ने वाला है. मोरा तेजी से बांग्लादेश के चयगांव की तरफ बढ़ रहा है.
नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ का असर देश के मानसून पर पड़ने वाला है. मोरा तेजी से बांग्लादेश के चयगांव की तरफ बढ़ रहा है. मोरा का स्पीड अगर कम नहीं हुआ तो पूर्वोत्तर भारत में 30 मई को मानसून दस्तक दे देगा.
केरल में भी मानसून अपना रंग बदलने लगा है. जबकि केरल के साथ-साथ कोलकाता में भी अगले दो-तीन दिनों में हल्की बारिश के साथ मानसून दस्तक दे सकता है. चक्रवाती तूफान मोरा की वजह से भारत के पूर्वोत्तर इलाके में भारी बारिश होने की आशंका को देखते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. मौसम विभाग के अनुसार मोरा अभी उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा की ओर बढ़ रहा है.
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विभाग ने आगे चलकर इसे और भी ज्यादा ताकतवर होने का अनुमान जताया है. अनुमान के मुताबिक जिस समय मोरा तूफान समुद्र तट को हिट करेगा उस समय चल रही हवाओं की रफ्तार लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. जिस समय ये चक्रवात समुद्र तट से टकराएगा उस समय ये सिवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म की कैटेगरी वाला तूफान होगा.
बिहार में भारी बारिश से 30 की मौत
देश में अभी मानसून ने दस्तक नहीं दिया लेकिन उससे पहले ही बिहार में भारी बारिश हुई. चक्रवाती तूफान के साथ-साथ तेज बारिश लोगों के लिए मुशिबत बन गई. आसमानी बिजली और बारिश की अलग-अलग घटनाओं में राज्य में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं. जबिक दिल्ली-एनसीआर और यूपी के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के बाद लोगों को भारी गर्मी से राहत मिली है.