ओडिशा : 17 वर्षीय स्टूडेंट का दावा, 500 रुपये के पुराने नोटों से बनाई बिजली

भुवनेश्वर: 500 रुपये के पुराने नोटों से ओडिशा में 17 साल के एक स्टूडेंट ने ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसे जानकर आप भी आश्चर्य करेंगे. ओडिशा के नुआपादा जिले के स्टूडेंट लख्मण डूंडी ने 500 रुपये के बैन नोटों से बिजली पैदा करने की तकनीक ईजाद करने का दावा किया है. उसका दावा है […]

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ओडिशा : 17 वर्षीय स्टूडेंट का दावा, 500 रुपये के पुराने नोटों से बनाई बिजली

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  • May 22, 2017 11:34 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

भुवनेश्वर: 500 रुपये के पुराने नोटों से ओडिशा में 17 साल के एक स्टूडेंट ने ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसे जानकर आप भी आश्चर्य करेंगे. ओडिशा के नुआपादा जिले के स्टूडेंट लख्मण डूंडी ने 500 रुपये के बैन नोटों से बिजली पैदा करने की तकनीक ईजाद करने का दावा किया है. उसका दावा है कि वह 500 रुपये के पुराने नोट से 5 वोल्ट बिजली पैदा कर सकता है. उसके इस दावे के बाद पूरे देश का ध्यान उसकी ओर चला गया है.

खरिअर कॉलेज में पढ़ने वाले लछमण डूंडी के मुताबिक, ‘मैंने बिजली पैदा करने के लिए नोट पर लगी सिलिकन कोटिंग का इस्तेमाल किया. इसके लिए मैंने नोट को फाड़ा, ताकि कोटिंग दिखाई देने लगे और उसे मैंने धूप में रखा. इस प्लेट को एक बिजली की तार के जरिए ट्रांसफॉर्मर से कनेक्ट करने से बिजली पैदा की जा सकती है.’
 
बताया जा रहा है कि पिछले 12 अप्रैल को पीएमओ ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर लछमण के इस दावे की सच्चाई की जांच करने का आदेश दिया था. उसके बाद 17 मई को राज्य सरकार ने संबद्ध विभाग को लछमन के प्रॉजेक्ट की स्टडी कर पीएमओ को रिपोर्ट भेजने के लिए कहा था.
 
लछमन का कहना है कि उसने एक ट्रांसफॉर्मर बनाया है जो सिलिकन प्लेट से पैदा किए गए चार्ज को स्टोर कर सकता है. अगर पीएमओ उसके इस इनोवेशन को पसंद करता है ये उसके लिए गर्व की बात होगी. 
 
लछमन ने आगे कहा कि नोटबंदी के बाद मैंने बंद हो चुके पुराने नोटों के इस्तेमाल की तरकीबें सोची. जब मैंने नोट फाड़ा तो उसमें सिलिकन प्लेट मिली. उसके बाद मैंने अपना शोध कार्य करना शुरू कर दिया. मुझे यहां तक पहुंचने में करीब 15 दिन लग गये.  
 
बता दें कि लक्षमण ने अपने इस प्रोजेक्ट को अभी तक सिर्फ कॉलेज में ही दिखाया है. लक्षमण का कहना है कि जब उसके इस प्रोजेक्ट को किसी ने तवज्जो नहीं दी, तब जाकर उसने पीएमओ और सीएम के पास पत्र लिखा. 
 
गौरतलब है कि लछमक्ष एक किसान का बेटा है और बल्ब बेचकर घर का खर्च चलाने में मदद करता है. अगर उसका ये दावा सही साबित हो जाता है, तो उसके इनोवेशन को एक नया मुकाम मिल जाएगा. 
 

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