देहरादून : बीआरओ की कड़ी मशक्कत के बाद आख़िरकार बद्रीनाथ मार्ग 24 घण्टे बाद खुल गया है. जिसके बाद जाम में फंसे यात्रियों ने राहत की सांस ली है. वहीं प्रशासन ने भी यात्रियों को व्यवस्थित तरीके से अपने गंतब्य तक भेजने की कोशिश की. बीआरओ की कड़ी मसक्कत को देख स्वयं मौके पर पहुंचे गढ़वाल कमिश्नर विनोद शर्मा भी तारीफ़ करने से नहीं चूके.
बताते चले कि शुक्रवार की शाम को विष्णुप्रयाग के समीप हाथी पर्वत के निचले हिस्से में स्लाइडिंग होने के चलते मार्ग बाधित हो गया था जिसे बीआरओ व प्रशासन की कड़ी मशक्कत के बाद खोल दिया गया और अब एक बार फिर से बद्रीनाथ यात्रा पूरी तरह से सुचारू हो गई है और जाम में फंसे लोगों ने भी राहत की साँस ली है.
इससे पहले उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम का पैदल का रास्ता खोला गया. शुक्रवार को जोशीमठ और बद्रीनाथ के बीच पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूट कर नीचे आ गिरा. यह हादसा विष्णुप्रयाग के पास हुआ था. इस लैंडस्लाइड के बाद 15 से 20 हजार यात्री फंस गए हैं.
बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) का कहना था कि सड़क को दोबारा चालू करने में 2 दिन तक का वक्त लग सकता है. तो वही चमोली जिला प्रशासन ने शनिवार दोपहर तक सड़क खुलवाने का दावा किया था. इस बीच अब पैदल यात्रियों के लिए रास्ता खोल दिया गया है.