नई दिल्ली: स्पेशल रिपोर्ट में आज हम देश के सबसे बड़े प्रदेश की पुलिस का सच दिखाएंगे. सीएम योगी यूपी के ढीले कल पुर्जे को लगातार टाइट कर रहे हैं. पहले ही दिन से पुलिस सिस्टम को चुस्त दुरुस्त कर रहे हैं. इसीलिए हम उनको राउडी राठौड़ भी कह रहे हैं. ऐसे सीएम के सूबे में पुलिसवालों को सिंघम की तरह होना चाहिए.
लेकिन यहां तो तोंदू पुलिसवालों की फौज है. इन्हें देखकर लगता नहीं कि ये गुंडे-मवालियों पर काबू कर पाएंगे. क्योंकि दौड़ लगाने में तोंद इनके आगे और आड़े आ जाता है. लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही दूरी पर ड्यूटी करते ये हैं ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर प्रेमनाथ मिश्रा, मिश्रा जहां कहीं भी सड़क पर खड़े होते हैं इनका तोंद फुटबॉल की तरह लटका हुआ दिखता है. जबकि उनकी ड्यूटी दौड़ने भागने की होती है. क्या वर्दीवालों के तोंद का राज़ वही तो नहीं जिसका जिक्र जमाने से लोग करते आए हैं.
लखनऊ के बाद अब आपको गाजियाबाद लिए चलते हैं. दिल्ली से सटे इस इलाके में भी तोंदू पुलिसवालों की कमी नहीं है. हमारे संवाददाता ने सड़क से लेकर पुलिस अफसर के दफ्तरों तक पड़ताल की तो कई पुलिसवाले तोंद लटकाए दिखे. इनकी तस्वीर कैमरे में कैद करने के बाद हमारी नजर ट्रैफिक संभालते पुलिस इंस्पेक्टर पर पड़ी. लेकिन इनके पेट का वजन इतना कि वो इनसे नहीं संभल रहा.
इनसे बातचीत हुई तो कहा अब इसका ध्यान रखेंगे. हम आगे बढ़े तो हापुड़ मोड़ पर हमें एक और ट्रैफिक दारोगा दिखे, पेट इनका भी आउट ऑफ कंट्रोल. भाई साहब कहते हैं कि काम का बोझ बहुत ज्यादा है सो टाइम ही नहीं मिलता. सड़क पर ही हमें एक और वर्दीवाले सड़क पार करते दिखे. पेट इनका भी कुछ कम नहीं. सड़क पार करते ही हमने इनको पकड़ा तो जनाब कह बैठे पथरी की बीमारी है इसलिए पेट भारी है.
अब आपको मोदी-योगी के इलाके के पुलिसवालों से मिलवाते हैं. इंडिया न्यूज़ ने वाराणसी और गोरखपुर में भी पुलिसवालों की फिटनेस की पड़ताल की. हमने देखा कि यहां भी कई पुलिसवालों का पेट वर्दी फाड़कर बाहर आने को बेताब है. यहां के पुलिस वाले जमाने के साथ फिट तो हो गए हाईटेक भी हो गए लेकिन इनका फिटनेस पीछे छूट गया.