डॉक्टर्स की बड़ी लापरवाही, मरीज को चढ़ाया गलत ब्लड ग्रुप का खून

शहर के प्रतिष्ठित कृष्णा शैलबी हॉस्पिटल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. इलाज कराने आई एक महिला पेशेंट को ओ पॉजिटिक के जगह AB पॉजिटिव का ब्लड चढ़ा दिया गया

Advertisement
डॉक्टर्स की बड़ी लापरवाही, मरीज को चढ़ाया गलत ब्लड ग्रुप का खून

Admin

  • May 9, 2017 1:09 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
अहमदाबाद: शहर के प्रतिष्ठित कृष्णा शैलबी हॉस्पिटल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. इलाज कराने आई एक महिला पेशेंट को ‘O’ पॉजिटिक के जगह ‘AB’ पॉजिटिव का ब्लड चढ़ा दिया गया. पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि कमलजीत कौर नाम की इस 60 वर्षीय महिला को सर्जरी के लिए 4 मई को कृष्णा शैलबी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था.
 
सर्जरी तो सफल रही लेकिन किसी कारण वश उन्हें खून चढ़ाना पड़ा और वही से सारी मुसीबत शुरू हुई. कमलजीत कौर का ब्लड ग्रुप O’+’ है पर उन्हें खून चढ़ा दिया गया AB’+’ जिसकी वजह से उनकी तबियत ठीक होने की बजाए अचानक बिगड़ने लगी. उनके परिवार वालों ने ये नोटिस किया और इसकी सूचना तुरंत डॉक्टर को दी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
 
 
डॉक्टरों ने यह कह कर इंग्नोर कर दिया कि सर्जरी के बाद ऐसा होता. तभी कमलजीत की बेटी की नज़र उस ब्लड यूनिट पर पड़ी जो उन्हें चढ़ाया जा रहा था उसके तो होश ही उड़ गए क्योंकि वो ब्लड AB’+’ ग्रुप का था जबकि कमलजीत कौर का ब्लड ग्रुप तो O’+’ है. जैसे ही डॉक्टर को ये बात बताई गई उन्होंने तुरंत ब्लड चढ़ाना बंद किया और कामजित कौर की मेडिकल रिकॉर्ड फाइल में से कुछ पेपर निकाल लिए.
 
बाद में फटाफट उन्हें कुछ इंजेक्शन्स दिए गए. आज भी कमलजीत की हालत खराब है. हॉस्पिटल ने पांच दिन बाद घर वालों को जो पेपर्स दिए हैं उनके मुताबिक कमलजीत का हीमोग्लोबिन 2-3 दिन में ही 12 से घट कर 5 राह गया है और वो बढ़ नही रहा है. घर वालों के मुताबिक कमलजीत का शरीर पीला पड़ गया है और अभी भी उनकी तबियत में कोई सुधार नज़र नही आ रहा.
 
पति हैं रिटायर्ड फौजी
मरीज के पति केप्टन बलबिन्दर सिंह एक रिटायर्ड फोजी हैं, लेकिन अस्पताल के आगे बेबश है. अब भी उनकी पत्नी जिन्दगी और मौत की जंग लड़ रही हे लेकिन अस्पताल न तो उन्हें ठीक से जबाब दे रहा हे और न ही उन्हें केस पेपर दे रहा है. एक तरप मरीज की हालत बिगड़ती जा रही है तो दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन अपनी नाकामयाबी को छिपाने में लगा हुआ है.
 
 
उसने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली है. मीडिया से भी इस मामले पर कोई संवाद नहीं है. इंडिया न्यूज और मीडिया की टीम जब अस्पताल का पक्ष जानने के लिए अस्पताल पहुंच तो मीडिया के साथ भी बदसलूकी की गयी और मीडिया को अस्पताल से बाहर कर दिया गया. हमने ने अस्पताल का इस मामले पर पक्ष जानने के लिए अस्पताल प्रशासन को मेल भी लिया पर उसका भी कोई जवाब नही मिला.

Tags

Advertisement