नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल पर दो करोड़ रूपये रिश्वत लेने का आरोप लगाने के बाद विपक्ष बेशक कपिल मिश्रा की पीठ थपथपा रही हो और उनके नाम के कसीदे पढ़ रही हो लेकिन पार्टी में कपिल मिश्रा अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे हैं.
ये भी चर्चा का विषय रहा कि कहीं कुमार विश्वास की शह पर तो कपिल मिश्रा ने ये आरोप नहीं लगाए लेकिन ये संभावना उसी समय खत्म हो गई जब कुमार विश्वास ने खुद ही ये मानने से मना कर दिया कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार कर सकते हैं. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि- अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार करेंगे ये मैं कभी सोच भी नहीं सकता, उनके शत्रु भी इस बात को मानेंगे कि अरविंद कभी भ्रष्टाचार नहीं कर सकते.
कुमार विश्वास के इस बयान से साफ हो जाता है कि वो इस मामले में
कपिल मिश्रा के साथ नहीं बल्कि पार्टी लाइन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं वहीं कपिल मिश्रा अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे हैं.